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क्या तुम नगर म� इस रीित से नह�
जा रहे हो? एक मनुष्य बाहर क��
तुम नह� हो।
हम ह�। के पास है।
वो एक दु�ात्मा �ारा
िनयंि�त है!
हम उस गरीब लड़के को अब वह िचल्लाता है और स्वयं को हे लोग�, मेरा सुझाव लो। उस मागर् पर म� तुमको सुरिक्षत उसके
जंजीर से बाँधते ह�, परन्तु वह पत्थर� से चोट प�ँचाता है। चलो िजससे म� नीचे आया �ँ! पास ले जाऊँगा!
जंजीर� को तोड़ देता है।
हे यीशु, क्या तूने सुना
िक उस ��� ने हे पतरस, आओ।
अभी क्या कहा? तूफान के साथ जो उसने िकया, उसके यह मेरा सताए जाने का
बाद तो म� कह� भी उसका अनुसरण समय नह� है!
क�ँगा! हे यीशु, सवर्-श��मान
परमे�र के पु�! म� तुझसे िवनती करती
�ँ िक मुझे मत सता!
क्या तू यहाँ मुझे
सताने को आया अभी वह समय
है?
नह� है!
हे यीशु, तू मुझसे
क्या चाहता है???
म�ी 8:28-29; मरक ु स 5:2-8; लूका 8:27-29 21 21