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अपने चेल� को चुनने के बाद, यीशु ने या�ा करना,   धन्य ह� वे जो धमर् के भूखे
         चंगा करना, और िशक्षा देना जारी रखा।  और प्यासे ह�!
                                             वे तृ� िकये जाएँगे!
       धन्य ह� वे, जो मन के दीन ह�,
        स्वगर् का राज्य उन्ह� का है!
                  धन्य ह� वे, जो शोक करते
                   ह�, वे शांित पाएँगे!
                                                              धन्य ह� वे, जो दयावन्त ह�,
              धन्य ह� वे, जो न� ह�, वे पृथ्वी                  उन पर दया की जाएगी!
                 के अिधकारी ह�गे!
                                                               धन्य ह� वे, िजन के मन शु� ह�,
                                                                 वे परमे�र को देख�गे!

                                                                             धन्य ह� वे, िजन के मन शु� ह�,
                                                                               वे परमे�र को देख�गे!
                                                                               धन्य ह� वे, जो धमर् के कारण सताए
                                                                                जाते ह�, स्वगर् का राज्य उन्ह�
                                                                                    का है!


























                                         धन्य हो तुम, जब मनुष्य मेरे कारण तुम्हारी िनन्दा कर�,
                                          और सताएँ और तुम्हारे िवरोध म� बुरी बात कह�!
















                                   आन�न्दत होना! उन्ह�ने उन भिवष्य��ा�
                                      को इसी रीित से सताया था!
                                      तुम्हारे �लये स्वगर् म� बड़ा
                                        �ितफल होगा!

                                      म�ी 5:1-12; लूका 6:17-23
                                      म�ी 5:1-12; लूका 6:17-23                              1 1
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