Page 34 - HINDI_SB55_Acts3
P. 34
ु
े
ु
िप्र���ा और अ��ला न पौलस के साथ इिफसस
ु
े
तक यात्रा की, जहाँ वे �के । पौलस न अ�ािकया की
े
े
ं
ओर यात्रा जारी रखी। परम�र न हमार े यह ब�त बड़ आनद
े
पापों को दू र का समाचार है --
े
करन के िलए सभी जो उस पर
े
े
�
अपन पुत्र को िव�ास करग बचाए
भेजा। जाएँ ग! े
ु
यह यीश का सबस े
े
ु
े
ु
राजा यीश न पिवत्र शा� सव�ा उपदशक है
े
िजसे म�न सुना है।
की हर भिव��ाणी को और हम उसका
पूरा िकया। नाम भी नहीं
जानत! े
अन� जीवन की प्रित�ा
सभी रा� � ों के लोगों के
िलए है!
े
े
ु
हमन तेरा उपदश म� अप�ोस �ँ। िमस्र
सुना और तुझसे बात के िसक��रया से।
े
करना चाहत थे!
े
ू
िप्र���ा और अ��ला न महसस िकया
ं
िक हालािक, वह उ�ाही है--
�
- पर ऐसी बात थीं िज�� े िफर मेरी िश�ा मुझे
ु
अप�ोस ने अभी तक नहीं … म�न िसक��रया के कभी परम�र के
े
ु
महान प�कालय म�
जाना है। अनिगनत समय िबताए। पास नहीं लाई।
े
लिकन जब म�न े
ु
ु
यीश के ससमाचार
को सुना, तो मेरा
जीवन बदल गया...
तो वे उसे एक तरफ ले गए
�
े
और परम�र का माग और
ठीक-ठीक से समझाया।
ु
ु
पौलस के साथ, अप�ोस,
े
परम�र के वचन के सबस े
महान प्रचारकों म� से एक
बन गया।।
�रतो
े
े प्र
काम
ं
32 32 प्र�रतों के काम 18:24-26
के
18:24-26