Page 12 - HINDI_SB54_Acts2
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                                                य�शलम से गाजा तक
                                                 दि�ण की ओर जाने
                                                   े
                                                            �
                                                    े
                                                वाल रिग�ानी माग पर
                                                      जा।
















                                                                              “जा और उस रथ के
                                                                                   े
                                                                                       े
                                                                                 पीछ हो ल।”











                                            े
                                         उसक साथ कठोर �वहार िकया गया,
                                                       �
                                                े
                                                      ू
                                          े
                                         लिकन उसन िवनम्रतापवक सहन िकया;
                                           े
                                        उसन कभी कोई श� भी नहीं बोला। जैसे
                                                        े
                                        एक भेड़ का ब�ा वध होन के  िलए, और
                                                  े
                                        भेड़ ऊन कतरन के  समय जाती है, वैसे ही
                                                वह भी चुप रहा।




                       े
                    उसक अपमान के
                    तहत उसे �ाय से
                     ं
                    विचत िकया गया....
                                                                                जो तू पढ़ रहा है
                                                                                �ा उसे समझ
                                                                                 भी रहा है?






                                          े
                                             ं
                                          े प्र
                                             के
                                               काम
                                          �रतो
     10 10                               प्र�रतों के  काम 8:26-30
                                                    8:26-30
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