Page 14 - HINDI_SB54_Acts2
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                             ु
         शाऊल के  अ�ाचार न मसीह-अनयािययों को
             े
                      े
        य�शलम से बाहर जान पर मजबूर कर िदया ...







                                                                         े
                                                             े
                                                            लिकन वे जहाँ भी जात ह�
                                                                     ै
                                                                          े
                                                          अपनी िन�ा को फला देत ह�।
                                                                       मुझे वो कागज-पत्र दो,
                                                                       मुझे इस कारण चािहए
                                    ं
                     े
                        ु
                ... िजसस वे ससमाचार को �ात ससार के  छोर तक ले जा       तािक म� दिम� की
                      े
                              ु
                                                                                 ूँ
               सक�  – िजसक कारण यीश के  कहे �ए वचनों को पूरा िकया:      यात्रा पर जा सक।
                                                                                 े
                                                                            तुझे उनक मुँह बंद
                                                                                 े
                                  े
                             ... हमन ब�त से यीश  ु                            करन होंग। े
                                   ु
                              के  अनयािययों को                     ँ
                                   े
                              य�शलम से बाहर                अगर म� वहा उ�� रोक सका,
                                                                        ं
                                िनकाल िदया।                 तो शायद उनका आदोलन
                                                                े
                                                             उनक साथ ही समा� हो
                                                                  जाएगा।
                                                                            े
                                                                     तुम य�शलम,
                                                                    य�िदया, साम�रया
                                                                   और पृ�ी के  छोर तक
                                                                     े
                                                                    मरे गवाह ठहरोग। े




         दिम�: रोम साम्रा�
        के  �ापार की ब�तायत
             का क� द्र!




















                                                                 शाऊल जानता था िक अगर वह उ� वहा  ँ
                                                                                      �
                                                                     े
                                                                                  े
                                                                नहीं रोकगा, तो “यह �रवाज़” मसोपोटािमया
                                                                          ै
                                                                        �
                                                                       म फल सकता था -
                                                                                  ँ
                                                                             --या यहा तक िक
                                                                               रोम म भी!
                                                                                   �
                                            े प्रे�रतों के  काम 1:8
     12 12                                प्र�रतों के  काम 1:8
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