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हे बालकों, अपन माता-िपता की आ�ा हे दासों, अपन �ािमयों की आ�ा
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मानो �ोंिक यह उिचत है। मानो; उ�� अपना सव�श्र� देन के
िलए उ�ुक रहो।
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और तुम जो माता-िपता हो - अपन बालकों और हे �ािमयों त��
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को हमशा डाटत और तंग करत न रहो - भी अपन दासों के
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ब�� प्रेम भर अनशासन के साथ उनका साथ उिचत �वहार
/पालन-पोषण करो। करना चािहए।
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अंत म� परम�र के सार हिथयार पहन लो तािक तुम शतान की सभी
य��यों के िव�� खड़ हो सको।
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स� से कमर कस लो और
धािमकता की िझलम पहन लो।
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मेल के ससमाचार की तयारी के
जूते पहन लो जो त�� गित देत ह�।
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हर लड़ाई म� शतान �ारा तुम पर फक जानवाल े
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जलते �ए तीरों को रोकन के िलए िव�ास �पी
ढाल लेकर �स्थर रहन की आव�कता होगी।
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और त�� उ�ार के टोप और आ�ा
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की तलवार की आव�कता होगी—जो हर समय प्राथना करत रहो
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परम�र का वचन है। और पिवत्र आ�ा की इ�ा
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के अनसार परम�र से हर
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चीज मागो।
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... और प्राथना करत रहो िक म�
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यहा जल म� भी उसक िलए
िनडरता से बोलता र�ँ।
36 36 इिफिसयों 6
इिफिसयों 6