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ई�रीय �ाय के िस�ात तू यह कहता होगा, “िकतन भ�े लोग ह�!” लिकन एक
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�ण �क! तू भी उतना ही बुरा है।
जब तू कहता है िक वे दु� ह� और उ�� द� िमलना
चािहए, तो तू खुद को भी दोषी ठहरा रहा है, �ोंिक तू भी
ऐसे ही काम करता है।
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परम�र, �ाय के समय, ऐसे
हर ��� को द� देगा जो
इस तरह के काय करता है।
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�ा तुझे लगता है िक परम�र दसरों
का �ाय करेगा और इस तरह के काय�
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को करन के िलए उ�� दोषी उ��
ठहराएगा और जबिक तू भी इसी तरह
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के काय करता है तो �ा तुझे अनदखा
करेगा?
�ा तुझे नहीं पता िक
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परम�र िकतना धैय�वान है?
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�ा अब तक उसन तुझे द� िदए
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िबना रहन िदया - उसकी दयालता
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त�� प�ाताप की ओर अगवाई
करन के िलए होती है।
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पाप की सावभौिमकता
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तो �ा हम य�दी दसरों से बहतर ह�? नहीं,
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िबलकल नहीं, �ोंिक हम पहल ही प्रकट
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कर चके ह� िक चाह य�दी हों या अ�जाित,
ु
सभी मन� समान �प से पापी ह�।
सभी भटक गए ह�; सब गलत
हो गया है। कोई भी कहीं भी
सही काम नहीं कर रहा।
4 4 रोिमयो
रोिमयो 2:1-3:20 2:1-3:20