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               ई�रीय �ाय के  िस�ात     तू यह कहता होगा, “िकतन भ�े लोग ह�!” लिकन एक
                                                                 े
                                                        े
                                             �ण �क! तू भी उतना ही बुरा है।
                                            जब तू कहता है िक वे दु� ह� और उ�� द� िमलना
                                          चािहए, तो तू खुद को भी दोषी ठहरा रहा है, �ोंिक तू भी
                                                    ऐसे ही काम करता है।
                                                       े
                                                    परम�र, �ाय के  समय, ऐसे
                                                     हर ��� को द� देगा जो
                                                     इस तरह के  काय करता है।
                                                               �







                                                                 ू
                                                              े
                                              �ा तुझे लगता है िक परम�र दसरों
                                             का �ाय करेगा और इस तरह के  काय�
                                                    े
                                               को करन के  िलए उ�� दोषी उ��
                                             ठहराएगा और जबिक तू भी इसी तरह
                                                                  े
                                                  �
                                             के  काय करता है तो �ा तुझे अनदखा
                                                      करेगा?
                                                       �ा तुझे नहीं पता िक
                                                        े
                                                     परम�र िकतना धैय�वान है?
                                                               े
                                                   �ा अब तक उसन तुझे द� िदए
                                                                      ु
                                                         े
                                                   िबना रहन िदया - उसकी दयालता
                                                                    ु
                                                     ु
                                                    त�� प�ाताप की ओर अगवाई
                                                       करन के  िलए होती है।
                                                          े




                                                                                  �
                                                                          पाप की सावभौिमकता



















                                                                                 े
                                                                            ू
                                                                तो �ा हम य�दी दसरों से बहतर ह�? नहीं,
                                                                    ु
                                                                                   े
                                                                 िबलकल नहीं, �ोंिक हम पहल ही प्रकट
                                                                           े
                                                                   ु
                                                                कर चके  ह� िक चाह य�दी हों या अ�जाित,
                                                                        ु
                                                                  सभी मन� समान �प से पापी ह�।
                                                                     सभी भटक गए ह�; सब गलत
                                                                     हो गया है। कोई भी कहीं भी
                                                                      सही काम नहीं कर रहा।
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                                            रोिमयो 2:1-3:20 2:1-3:20
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