Page 27 - HINDI_SB59_Letters3
P. 27

I य ूूह�ा
                                                                                     I यह�ा
             ु
                     ं
                             े
        ू
       यह�ा यीश मसीह का अितम जीिवत प्र�रत
               े
       था और िजसन रोम के  सम्राट Domitian के
                     े
        उ�ीड़न से ठीक पहल, यह पत्री 90-95
            ई�ी के  बीच िलखी थी।










                         े
                      े
                     प्र�रत न एिशया माइनर की कलीिसयाओं को           उ�ोंन िसखाया िक शरीर के वल
                                                                        े
                                       ं
                     िलखा और ना��कवाद के  आरिभक चरणों                दु� है तािक कोई भी पाप कर
                              ं
                           को सबोिधत िकया। [1]                       सके  और आ�ा को प्रभािवत न
                                                                           कर सके ।
                                                                              ु
                                                                         जब से दिनया शु� �ई
                                                                        तभी से मसीह जीिवत था –
                                                                          े
                                                                                   े
                                                                       इसक अित�र� म�न अपनी
                                                                         आँखों से उसे देखा और
                                                                             सुना है।
                                                                                  े
                                                                            े
                                                                          म�न उसे अपन हाथों से
                                                                                    े
                                                                         छु आ है। वह परम�र का
                                                                            जीिवत वचन है।









                                 े
                   े
                              ु
                               े
         [1] ना��कवाद न िसखाया िक यीश न दहधारण नहीं िकया था,
             ब�� के वल एक शारी�रक �प म� प्रकट �आ था।
                        े
                     े
          और यह वचन परम�र न हम�
                 े
         िदया है – परम�र �ोित है और
             �
                  ं
          उसम कोई अधकार नहीं है।
                    े
                             े
           यिद हम कहत ह� िक हम उसक िमत्र ह�
         पर� पाप म� जीत ह�, तो हम झूठ बोल रहे ह�।
                    े
            ु









                                              I यूह�ा 1I यूह�ा 1                           25 25
   22   23   24   25   26   27   28   29   30   31   32