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हालािक मसीह न दु:ख उठाया और क� सहा, तो त�ारी तुमने अतीत म� लचपन की बुरी अिभलाषाओं,
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भी वैसी ही मनसा होनी चािहए जसा उसन िकया था – वासना, िपय�ड़पन, मूित�पूजा और अ�
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तमको भी दुः ख उठान के िलए तयार रहना चािहए। पापों के िलए ब�त समय गवाया है।
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टूटने की आवाज! वाहआआक!
टूटने की आवाज! वाहआआक!
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त�ार पुरान िमत्र ब�त आ�यचिकत होंग जब तुम
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उनक साथ अब और िदलच�ी से नहीं जड़ोग, े
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लिकन उ�� एक िदन उसका सामना करना होगा जो
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जीिवतों और मतकों का �ाय करता है।
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दिनया का अंत ज� ही होनवाला है इसिलए प्राथना
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के िलए सयमी, और सचेत बनो।
आन��त होना यिद तुम एक मसीही
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होन के कारण घणायो� और
अपमािनत िकए जाओ, �ोंिक
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परम�र की आ�ा महान मिहमा के
साथ तुम पर छाया करता है।
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यिद तुम परम�र की इ�ा के
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अनसार क� उठा रहे हो, तो
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वही करत रहो जो सही है और
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अपना भरोसा उस परम�र पर
रखो िजसन तमको बनाया है।
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िप्रय िमत्रों, जब तुम अि� �पी परी�ाओं से गुजरो तो
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आ�य न करना, �ोंिक यह कोई अनोखी बात नहीं
है।
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इसक बजाय, आन��त होना �ोंिक तुम मसीह के
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दु:खों म� उसक सहभागी हो।
20 20 I पतरस 4
I पतरस 4