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पौलस, इतन कम
समय म� �ा तू मुझे
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मसीही होन के िलए
राजी करना चाहता
है?
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चाह थोड़ा हो या
ब�त, म� के वल
तुझे ही नहीं
ब�� मुझे सुनन े
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वाल सभी को
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चाहता �ँ... ...जसा म� �ँ वैसे
हो जाएँ —इन
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जजीरों को
छोड़कर।
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यिद उसन कै सर
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की दोहाई नहीं दी यूिलयुस नाम का एक सनापित पौलस और अ�
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होती, तो वह किदयों को रोम जाने वाल जहाज पर ल गया।
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�तंत्र हो सकता
था।
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म�न िथ�लनीक के हमार भाई अ�र�खस
के साथ एक अ�ी यात्रा का अनभव िकया।
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यूिलयुस पौलस के प्रित हम कस�रया से पाल खोलकर सीदोन
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कपाल था... को गए, और िफर तेज हवा म� कु प्रस
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के पास से पाल खोलकर मरा को
आए।
हम जहां भी कर
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सकत थे, हम� समुद्र
तटों को गले लगाना
पड़ा।
...उसे जहाज म� �तंत्र �प से
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उठन-बैठन की अनमित दी।
20 20 प्र�रतों के काम 26:28-27:5
े प्रे�रतों के काम 26:28-27:5