Page 27 - rural development intro
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भाित में ग्रामों को आकजन्ित एवं नछटपुट ग्रामों में वगीकत
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ककया जाता ह। आकजन्ित ग्राम वे ग्राम होते हैं, जजनमें घि
एक ही जगह एक ही समूह में जस्थत होते हैं एवं उनक चािों
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तिफ खत होते हैं। नछटपुट वे ग्राम होते हैं, जजनमें घि काफी
बडे क्षेत्र में फल होते हैं औि घिों का प्रत्यक समूह कवि भूमम
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से अलग-अलग बुँटा होता ह। अधधकांश भाितीय ग्राम
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आकजन्ित हैं। किल, गुजिात औि मैसूि में नछटपुट ग्राम
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अधधक दखने को ममलते हैं।
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आकजन्ित ग्रामों में सुिक्षा की जजम्मदािी ग्राम क े
ननवामसयों की होती है जबकक नछटपुट गाुँवों में सुिक्षा की
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जजम्मदािी हि खत क े समूह की होती ह। नछटपुट ग्रामों में
समूह में ज्यादा समय होने चाहहए ताकक ग्राम की सुिक्षा
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बहति तिीक से की जा सक। इन ग्रामों में सुिक्षा क े
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इन्तजाम पहल से ही कि मलय जाते हैं।
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