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"िटि�या यु� के िलए तयार घोड़ों की तरह थीं... उनक मुंह
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मन�ों के मुंह की तरह थे... उनक दांत शेरों के दातों की
तरह थे..."
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"उनक पंखों का श� ऐसा था मानो ब�त से घोड़ े
यु� म� दौड़ रहे हों।"
"अथाह कु � का दू त
अब�ोन उनका राजा
था।" [1]
"यह पहला संकट है... दो संकट
अभी और आने बाकी ह�।"
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[1] िजस प्रकार �गदतों का एक समह व पद होता है, उसी प्रकार
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द�ा�ाओं का भी एक समूह व पड़ होता है। अथाह कु � का यह
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दू त शतान के मु� सरदारों म� से एक है, शायद �यं शतान भी।
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प्रकािशतवा� 9:7-12
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