Page 24 - HINDI_SB61_Revelation2
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         "िटि�या यु� के  िलए तयार घोड़ों की तरह थीं... उनक मुंह
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         मन�ों के  मुंह की तरह थे... उनक दांत शेरों के  दातों की
                       तरह थे..."
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                   "उनक पंखों का श� ऐसा था मानो ब�त से घोड़  े
                           यु� म� दौड़ रहे हों।"
                                                                         "अथाह कु � का दू त
                                                                         अब�ोन उनका राजा
                                                                             था।" [1]































































                                                                                                                                                                      "यह पहला संकट है... दो संकट
                                                                                                                                                                        अभी और आने बाकी ह�।"
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                    ू
        [1] िजस प्रकार �गदतों का एक समह व पद होता है, उसी प्रकार
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        द�ा�ाओं का भी एक समूह व पड़ होता है। अथाह कु � का यह
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        दू त शतान के  मु� सरदारों म� से एक है, शायद �यं शतान भी।
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                                                                                                                                                                            प्रकािशतवा� 9:7-12
                                                                                                                                                                            प्रकािशतवा� 9:7-12
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