Page 26 - HINDI_SB61_Revelation2
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                                                                                                                                      े
                                                                                                              "वे चार �गदू त जो उस घड़ी, िदन, महीन और
                                                                                                                       ै
                                                                                                                  �
                                                                                                                वष के  िलए तयार िकए गए थे, एक ितहाई
                                                                                                                                    े
                                                                                                                            े
                                                                                                                मानवजाित को मारन के  िलए छोड़ गए।"








































                                                                                                                                                           �
                                                                                                                                                            ू
                                                                                                                                                   उन चार �गदतों को
                                                                                                                                                    छोड़ दो जो फरात
                                                                                                                                                    महानद पर बंधे ह�।
                                                                                                                                                        [1]

















        [1] फरात नदी उन चार निदयों म� से एक थी जो अदन की वािटका
                                          े
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        म� से होकर बहती थीं। बबीलोन से शु� होकर, इस �ेत्र न दिनया
              के  ब�त से मूित�पूजक धम� को ज� िदया है।
                                     े
          आम तौर पर वेदी एक ऐसी जगह थी जहाँ परम�र
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                                                                                                                                                                         प्रकािशतवा� 9:13-16
          दया के  िलए अपन लोगों की प्राथनाओं का जवाब देत  े                                                                                                              प्रकािशतवा� 9:13-16
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     24 24  थे - पर� अब वेदी प्रितशोध की दोहाई देकर उ�र
                       देगी।
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