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�रना (आधिनक समय का इज़िमर है) जो
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इिफसस के उ�र म� ��थ था और एिशया का
ताज माना जाता था - एक ब�त ही सु�र शहर।
यह िव�ान और िचिक�ा का क� द्र था - रोम
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के प्रित गहरी राज-भ�� न एक
प्रभावशाली सम्राट-उपासना की प्रथा का
िनमाण िकया।
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रोमी और य�दी दोनों ही उन लोगों से घृणा
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करत थे जो मसीह के पीछ चलत थे।
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इसिलए - हमार सम्राट
के िलए धूप चढ़ाना
ब�त अ�ा है!
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हम त�� िदखाएग िक
स�े राजा के प्रित
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राजद्रोह करनवालों के
साथ हम कै सा �वहार
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करत ह�।
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इस नीच ��� को जलखान े
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म� डाल दो - इसे दसर चूहों के
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साथ रहन दो! हम देखग िक
यह और उसका प�रवार िबना
कमाई के कु छ महीनों तक
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कै स गजारा करत ह�।
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“म� तेरी पीड़ा और तर कगालपन को जानता �ँ
– िफर भी तू धनी है।”
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“जो दुः ख तुझे उठान होंग े
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उनस मत घबरा।”
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“मरत दम तक िव�ासयो� रह, तो म�
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तुझे जीवन का मकु ट दूँगा।”
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“जो जय पाए उसे दसरी मृ�ु से
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िबलकल भी हािन नहीं होगी।”
प्रकािशतवा� 2:8-11
प्रकािशतवा� 2:8-11
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