Page 83 - Sanidhya 2024
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जीर्वन परा माानतिसके�ा केा प्रभुार्व



                                 ै
                                                           ं
                                                              े
                                                                 ै
                मुानकिस�ता वाहै रूप है जां है� मुानवा जााकित �ी संच �ं बाधै दती है। मुानकिस�ता �ा अस� हैमुा�ी संच,
                                                                े
                                                                      ं
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                                                                                         े
                                                                                      े
                                                                       े
                                                            ं
                स्वाास्थ् औ� व्यवाहैा� प� पड़ीता है। हैमु किजास वाातावा�ण मु �हैत है वाहैा � �हैन सहैन �ं दखत एवा  ं
                                          े
                                                                                         ै
                            े
                किवाचा�ंं �ं सनत औ� मुहैसस ��त है किजास�ा सीधैा प्रभाावा हैमुा�ी मुानकिस�ता �ं प्रदकिशत ��ता है।
                                                                                 ि
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                                             “यो तो मा�निसाकता का बाड़ा खल ह ै
                                               ूं
                                           कहो तो आपुको ह� खल म �ीत निदाला दा े
                                                             े
                                                                ं
                                                                                               Smt. Neetika Singh
                                        औ� कहो तो आपुको ह� खल म मात निदाला दा”                W/o HC/GD Prem Chand,
                                                                  ं
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                                                              े
                                                                                               GC CRPF Greater Noida
                                                                 ै
                मु मुानती हूँ कि� है� मुानवा जााकित �ी मुानकिस�ता मु परि�वातन हैंता है लकि�न ए� समुया ऐसा आता है जाब हैमु कि�सी न
                                                     ं
                                                                                         ै
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                                   ं
                कि�सी परि�ल्किस्थाकित मु ऐसा फस जाात है, जाहैा स �ंई �ास्तंा नहैीं किदखता। हैमुा�ा किदमुागी मुानकिस� तनावा मु उलझे जााता
                              ं
                                           ै
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                है औ� मुन ब� किवाचा�ंं स किघा� जााता है उस ए� पल मु हैमु अपना जाीवान त� त्यंागीन �ं तयाा� हैं जाात है।  याहैी हैमुा�ा
                                                                             े
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                                                                                          े
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                          ु
                �मुजां� किबद हैंता है। किजास�ं हैमु अपन ज्ञाान � प्र�ाश स, अपनी प्रबल मुानकिस�ता स है�ा स�त है।  जाीवान �
                                                                                  े
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                                                                                             ै
                                                                                                     े
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                प्र�ाश �ी ओं� जाीत �ा �दमु बढ़ाा स�त है।
                                                                                       ं
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                  े
                मु� किप्रया पाठा�ंं हैमु अपनी मुानकिस�ता �ं शल्कि�शाली औ� मुजाबत बनाना हैंगीा। इस� किलए हैमु हैमुशा स्वाच्छ, सद�
                                                                                          े
                                                                                                   ुं
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                औ� स�ा�ात्म� किवाचा�ंं �ं अपन अद� जान्मु दना हैंगीा।  मुानकिस�ता मु बदलावा � किलए हैमु पस्तं� पढ़ा स�त है,
                                                                              े
                                                                                           ं
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                                                                                                   े
                                                                                        ु
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                                                                          े
                                                           ं
                                                                            ै
                यांगी  ��  स�त  है,  अपनी  सगीकित  �ं  अच्छ  व्यल्कि�यांं  मु  शाकिमुल  ��  स�त  है।    हैमुा�ी  मुानकिस�ता  प्रभाावाशाली
                                                 े
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                                                                           ं
                स�ा�ात्म� हैंगीी तभाी तं हैमु ए� स्वास्था, सन्द� समुाजा �ा किनमुाण �� स�त है।
                                                                  े
                                                           े
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                                         “�बा हम अच्छा साोचग तो अच्छ निर्वचा� आयोग े
                                                                            ं
                                                       ं
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                                                                            ं
                                         अच्छ निर्वचा� आयोग तो हम अदा� सा खशु �हग े
                                                                    े
                                                                ं
                                                                       ु
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                                         औ� अग� हम खशु �हग तो हमशुा मा�निसाक
                                                             े
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                                            औ� शुा�ीरि�क रूपु सा स्वस्थ �हग । ”
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