Page 116 - lokhastakshar
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               Xी 
वामी ने सा#हFय क *ित अपने अनुभव भी Xोताओं से सांझ #कये। राज
थानी भाषा को संवैधािनक
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               दजा   #दलाने  क  िलए  उ2होन5  सुदूर  राज
थान  क  कर"ब 3500 गांव-  का  «मण  करक  ामीण-  को
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               क?वताओं क माrयम से िनचले 
तर पर फले «yाचार स लेकर क2L क7 राजनीित तक क मु•- पर
                                                                             े
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               जागृत करन म5 कामयाबी हािसल क7 ह। नतीजे क तौर पर Xी 
वामी को जल भी जाना पड़ा। व^{य क
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                                                                                                            े
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               अंत म5 
वामी ने उप9
थत जन को शह"द आजम भगत िसंह क7 जल डायर" समेत समाजवाद" सा#हFय
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                                                                                                        े
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               पढ़ने का आहवान #कया। गोxी क अrय  एवं  े< क ?व यात िचंतक कामरड 
वण  िसंह ?वक न कहा

                                                                                                   े
               #क वत मान राजनीितक प8र9
थतय- से शासक वग  जनता को दो भाग- म5 ?वभ^ करने क िलए पूर"
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               िश•त से *यासरत ह, ले#कन भारतीय समाज क7 भाईचार क7 सांझी ?वरासत क आगे उनक7 दाल नह"ं
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               गल रह" ह।

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                       उ2होन कहा #क आज क दौर म5 वैYािनक और *गितशील ?वचार- क7 साथ कता काफ7 बढ़ गई
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               ह। कामरड ?वक ने आग कहा #क कई * यात लेखक- एवं बु?Oजी?वय-/प<कार- को ?पछले कछ वषo म
                                                                                                             5
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               ?वचार- क7 र ा करत हुए अपनी जान गवांनी पड़" ह। ऐसे ह" बहुत से बु?Oजी?वय-/सा#हFयकार-/छा<- को
                                                               ै
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               सरकार न जल- म5 बंद कर रखा ह। उ2होन5 इस बात पर बल #दया #क समाज म5 बेहतर संवाद कायम
               करने क िलए हम5 आगे आना होगा। उनका कहना था #क Gयोितबा फले और राहुल सांकFयायन को
                                                                                                   ृ
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               सSची  XOांजिल  यह"  ह  #क  समाजवाद"  ?वचार  धारा  को  आगे  बढ़ाया  जाए  और  फटपर
त  ताकत-  को
                                                                                             ु
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               मुहतोड़  जवाब  #दया  जाए।  राहुल  सांकFयायन  पु
तकालय  क  अrय   Xी  अनीश  कमार  ने  आए  हुए
               अितिथय- का आभार {य^ #कया। सभा का सफल मंच संचालन पु
तकालय उपाrय   भारत भूषण न
                                                                                                             े
               #कया।

                                                                                          - गुरब श िसंह म-गा
                                                                                                        िसरसा
                                                                                            मो. 93542-21054













               मई – जुलाई                             116                                                                   लोक ह
ता र
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