Page 133 - Insurance Surveyors Book Ebook IC S01
P. 133
¹Hkkx IIIµ[k.M 4º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 11
अ III
अयायअयाय
अयाययाय
सव
कसव
क
स औरऔर हािनहािन िनधा
रक सिमितसिमित काका गठनगठन औरऔर उसकेउसके काय
औरऔर
सव
कव
क
िनधा
रकिनधा
रक
हािनहािन
िनधा
रक
सिमितसिमित काका गठनगठन औरऔर उसकेउसके
काय
काय
काय
10. 0. गठनगठन
1
1 10. 0. ग गठनठन
(
(1) 1)
( (1) 1) ािधकरण बीमा सव'(क और हािन िनधारक से संबंिधत िवषय और कायA के संबं ध म+ ािधकरण क सहायता करने के िलए
""
)
)
)
"
"
"
" "सव'(क और हािन िनधारक सिमित " " " ( ( इन िविनयम म+ इसके बाद ""सिमित " के ?प म+ उिUलिखत ) कहलानेवाली एक सिमित का गठन
"
"
" ( (
करे गा।
-
(2) 2) उ सिमित म+ िन िलिख त 3ि हो सकते हैः -
(
-
( (2) 2) -
(i)(i)
(i) ािधकरण का एक अिधकारी ;
(i)
;
;
;
;
i ii) i) सव'(क और हािन िनधारक के दो ितिनिध ;
;
(
;
i
ii) i)
(iii)
(iii)(iii) सरकारी (े* के बीमाकता
का एक ितिनिध और िनजी (े*
(iii)
;
;
;
के बीमाकता
का एक ितिनिध ;
(iv) (iv) पॉिलसीधारक का एक ित िनिध।
(iv)
(iv)
( (3) 3) उ सिमित क कायाविध तीन वष क होगी तथा इसक अXय(ता ािधकरण का एक अिधकारी करे गा।
(
(3) 3)
काय
ःकाय
ः
1
-
1 11. 1. सिमितसिमित केके काय
ःकाय
ः - - -
11. 1. सिमितसिमित केके
( ( (1) 1) उ सिमित िन िलिखत काय करे गीः - - -
(1) 1)
-
(i) i)
(
( (i) i) सव'(क और हािन िनधारक के ?प म+ अहता ा0 करने हेतु 3िय के िलए परी (ा हेतु पाv5म और 3ावहारक िश(ण
;
क आव^यकता
क िसफारश करना ; ;
;
( (ii) ii) सव'(क और हािन िनधारक के ?प म+ काय करने हेतु लाइस+ स दान करने के योजन के िलए िवदेशी अहता
और िश(ण
( (ii) ii)
;
;
को मा8यता देने के िलए ािधकरण के िवचाराथ ा िधकरण को िसफारश करना ;
;
( (iii) iii) सव'(क और हािन िनधारक के 3वसाय क हैिसयत और 9तर को सु धारना और िवकिसत करना ;
(
;
(iii) iii)
;
;
(iv) iv)
( ( (iv) iv) सव'(क और हािन िनधारक के 3वसाय के उiे^य के समान ही पूणतः अथ वा अं शतः अपने उiे^य रखनेवाली शै(िणक अथवा
अ8य सं 9था
के साथ ऐसे तरीके से जो सामा8य उiे^य क ाि0 हेतु सहायक हो , , सम8वय करना ;
;
;
;
,
,
( (v) v) सव'(क और हािन िनधारक ारा 3ावसाियक कदाचार , , , अनुशासनहीनता , , आचरण - - -संिहता का पालन न करने के मामल म+
(v) v)
(
,
,
-
,
जाँच -पड़ताल करना ;
;
-
- - ; ;
( ( (vi) vi) समय - - - -समय पर ािधकरण ारा स@पा गया कोई भी अ8य काय करना।
(vi) vi)
(2) 2)
( ( (2) 2) सिमित क बैठक+ अपने काय सं चािलत करने के िलए आव^यकता के अनुसार बारं बार आयोिजत क जा सकती हD।
( ( (3) 3) ािधकरण के अिधकारी को छोड़कर , , सिमित के अ8य सद9य समय - - - -समय पर ािधकरण के ारा िनधारत Cकये जानेवाले भ के
,
(3) 3)
,
िलए हकदार हगे।
सव
क%व
क%
12. 2.
1 स औरऔर हािनहािन िनधा
रक%िनधा
रक% क5क5 िनयुि$िनयुि$ (1) (1) कोई भी 3ि अथवा फम अथवा कं पनी िविनयमिविनयम 3 अथवा िविनयमिविनयम 4, जैसी
4,
1 12. 2. सव
क%सव
क% औरऔर हािनहािन िनधा
रक%िनधा
रक% क5क5 िनयुि$िनयुि$ (1) (1) िविनयमिविनयम िविनयमिविनयम 4, ,
4
,
/
ि9थित हो , , , के अंतगत लाइस+स ा0 Cकये िबना सव'(क और हािन िनधारक के ?प म+ काय नहa करे गा / / करे गी।
/
(2) 2)
( ( (2) 2) सव'(क और हािन िनधारक िन िलिखत के संबं ध म+ Cकसी बीमा पॉिलसी के अंतगत हािन का िनधारण करने के िलए बीमाकता
अथवा बीमाकृ त 3िय ारा िनयु Cकये जाएँगे।
i))
–– पचास
i
i
i)) मोटर बीमा –– हजार nपये से अिधक
ii)i) मोटर बीमा को छोड़कर अ8य –– एक लाख nपये से अिधक
i
ii)i)
––
i
(3) 3)
(3) 3) उपयु सीमा क समी(ा हर तीन वष म+ क जाएगी।
(
(
Sashi Publications Pvt Ltd Call 8443808873/ 8232083010