Page 136 - Insurance Surveyors Book Ebook IC S01
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14                        THE   GAZETTE   OF  INDIA : EXTRAORDINARY                [PART III—SEC. 4]


                 ii)i)
                 i
                 i ii)i)  िश(ण  ,  परी(ा  , सेिमनार और   कायशाला  एँ :
                  (क)   सं9थान     सभी   सद9य     के     िलए   भारत   म+    िश(ण  ,   परी(ा  ,   सेिमनार   और   कायशालाएँ     आयोिजत   करे गा   तथा   Mयेक     सद9य
                  (
                    )
                    )
                    )
                  (
                  (
                                                                                                      ँ
                        अपनी   सद9यता     के     9तर     का   उpयन     ( अप`े ड  )   करने   के     िलए   ऐसे   िश(ण  ,   परी(ा
  ,   सेिमनार     और   कायशालाओ     म+    नीचे
                        िनCदQ   ?प   म+   सहभािगता करे  गाः
                  (ख)   सव'(क    और हािन   िनधारक   के     ?प    म+    काय   करने  हेतु   लाइस+स    क   अपे(ा    करने वाले  आवेदन  के    िलए िविनयम 15   म+     िनधारत
                    )
                    )
                  (
                  (
                  (
                    )
                        ?प    म+    3ावहारक    िश(ण   ा0   करने  के   िलए   अपेि(त   अविध के     अितर  ,   सं9थान   नीचे   िविनPदQ    ?प   म+    8यूनतम   अविध के
                        िलए उन  क  सद9यता   के     9तर   के     अनु?प   ऐसा   िश(ण   देगा तथा   Mयेक   सद9य   यह   िश(ण   ा0   करे गाः
                                  लाइस+सधारी   – 100 घंटे
                                सहयोगी    -  50 घंटे
                                फे  लो       -  25 घंटे
                  (
                  (
                  (गग ) )  सं9थान    अथवा   ािधकरण     ारा     ािधकृ  त   कोई   अ8य    सं9थान    सेिमनार और   कायशाला  एँ  आयोिजत करे  गा तथा   Mयेक     सद9य    नीचे
                  (गग))
                      िविनPदQ   ?प   म+   8यूनतम   संVया   म+   ऐसे    सेिमनार   और   काय  शाला
    म+   उपि9थत   होगाः
                                  लाइस+सधारी   –  5
                                सहयोगी    -  8
                                फे  लो       - 10
                 बशत'   Cक  सं9थान   ारा   आयोिजत    िश(ण  ,  परी(ा  , सेिमनार और का  यशालाएँ    ािधकरण ारा   पू व अनुमोCदत हD
                 बशत'     Cक     सभी   वतमान     लाइस+सा0     सव'(क     और  हािन   िनधारक     सं9थान     के     सद9य     बन+गे     तथा   सं9थान     ारा     आबंटत     क     जानेवाली
                 सद9यता   का   9तर   िनPदQ   करते    ए   आशोिधत   लाइस+ स   दान   करने के   िलए   ािधकरण   को आवेदन   9तुत   कर+ गे।
                 आगे यह  भी   शत   होगी   Cक   Cकसी    सद9यता   का कोई   िविशQ    9तर    दान    करने  के    बावजूद, िनरं  तर   वषA    क  कु  ल   संVया    क   गणना   सव'(क
                 और हािन   िनधारक   के     ?प   म+   थम   लाइस+ स   दान   करने  के   समय से    क   जाएगी।
                 इसके     अितर     यह  भी   शत    होगी   Cक   ऐसे    सद9य    से  यह   अपेि(त    होगा   Cक   वे  समय-समय  पर   ािधकरण     ारा     िनधारत    क   जानेवाली

                 समय-सीमा   के     अंदर   सद9यता     के     वतमान     9तर     को   अप`ेड     करने     के     िलए   िश(ण  ,   मू Uयांकन  ,   सेिमनार     और   कायशाला
     संबं धी
                 अपे(ा
   का पालन   कर+ ।
                 ( (2)2)     यCद     सं9थान     सव'(क     और  हािन   िनधारक     को   छा*     सद9यता     सिहत   Cकसी     भी   ?प    म+    सद9यता    देने   से    अ9वीकार     करता  है,  तो   वह
                 (
                 (2)2)
                 3ि   ािधकरण   को अपील कर सकता है।
                 (3)3)
                 (
                 ( (3)3)     ािधकरण    ऐसे  आवेदन पर िवचार करे गा  तथा   उसक    ाि0   से  छह   स0ाह    के   अंदर उसपर  अपना   िनणय    उस   3ि   और   सं9थान   को
                 िलिखत   म+  सूिचत करे गा जो   दोन   पर   बाXयकारी   होगा।
                 ( (4)4)     यCद    सं9थान    ािधकरण   के     िनणय    का पालन   नहa   करता,  तो   ािधकरण    तब   सं9थान    क    सद9यता   साथ    म+   न होने के    बावजूद मामले
                 ( (4)4)
                 के   गुण-दोष के   आधार पर आवेदक को   लाइस+ स   जारी कर सकता है, जो   सं9थान   के   िलए   बाXयकारी   होगा।
                 (5)5)
                 ( ( (5)5)     सं9थान    के     कायA    के     भावी    संचालन   के   िलए   ािधकरण   समय-समय पर   उपयु     Cदशािनद'श  , िनदेश  अथवा  ऐसी   अ8य   सूचना जारी
                 कर सकता है।
                                                          अ
                                                          अयाययाय         VI
                                                          अयायअयाय
                                                         आचरणचरण--संिहतासंिहता
                                                         आ
                                                         आचरणआचरण
                                                              -संिहतासंिहता
                                                              -
                 16. 6.
                 16. 6.
                 1 1  Mयेक    सव'(क   और हािन   िनधारक   –
                 (1)   3ावसाियक    कामकाज   म+    नैितकता और   8यायिनuा    के    साथ    3वहार    करे गा।   8यायिनuा    के     अंतग त   के  वल   ईमानदारी  ही   नहa  ,  बिUक
                 उिचत संबं ध और   सMयिनuा   भी िनिहत   हD  ;
                 (2)   3ावसाियक   और कारोबारी   िनणय   म+   व9तुिनuता   के   िलए   यास   करे गा;







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