Page 140 - Insurance Surveyors Book Ebook IC S01
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18 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART III—SEC. 4]
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222. .
222.
िनरीणनरीण
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2 . िनरीणिनरीण
(1) ािधकरण सव'(ण काय , बिहय , अिभलेख और द9तावेज का िनरी(ण करने अथवा Cकसी सव' (क और हािन िनधारक के िवng
ा0 Cकसी वा9तिवक िशकायत क जाँच-पड़ताल करने के िलए िनरी (ण ािधकारी के ?प म+ एक अथवा उससे अिधक 3िय को
िनयु कर सकता है।
(2) िनरी(ण ािधकारी ािधकरण को यथाशी{ एक िनरी(ण रपोट 9तुत करे गा।
(3) सव'(क और हािन िनधारक िनरी(ण ािधकारी ारा माँगी गई सूचना िनरी(ण /जाँच-पड़ताल करने के योजन के िलए उपलKध
कराएगा तथा उसके काय के सं चालन को सु साXय बनाने के िलए हर संभव सहयोग दान करे गा।
(4) ािधकरण िनरी(ण रपोट पर िवचार करने के बाद िनरी(ण ािधकारी के िनrकष सव'(क और हािन िनधारक को सूिचत करे गा
तथा सव'(क और हािन िनधारक को अपनी बात कहने के िलए सुनवाई का एक उिचत अवसर देने के बाद उपयु कार वाई करे गा।
ल
23. 3.
2 लाइससाइसस काका िनलंबनःिनलंबनः
2 23. 3. लाइससलाइसस काका िनलंबनःिनलंबनः
1) ािधकरण सव'(क और हािन िनधारक ( वैयिक / कारपोरे ट) को दान Cकये गये लाइस+स को िनलंिबत करे गा, यCद वहः
(i) अपने कत3 और दािय Mव का िनवाह सतोषजनक और 3ावसाियक तरीके से नहa करता; अथवा
(ii) इन िविनयम म+ िविनPदQ आचरण-संिहता का उUलंघन करता है अथ वा
(iii) उसने लाइस+ स ा0 करने अथवा उसका नवीकरण करने के िलए पा*ता के सं बंध म+ अथवा उसके या उनके ारा Cकये गये
Cकसी भी कायकलाप म+ अथ वा सव'(क और हािन िनधारक के ?प म+ उससे संबg Cकसी भी मामले म+ म हMवपूण िववरण म+
ऐसा व3 Cदया है जो असMय है अथवा उसने ऐसे लाइस+स के िनगम अथवा नवीकरण के बाद अिधिनयम क धारा 42डी के
अंतगत दी गई कोई भी अनहता ा0 क है।
(iv) उसने अिधिनयम, अथवा आईआरडीए अिधिनयम, अथवा उन अिधिनयम के अधीन बनाये गये Cकसी िनयम अथवा िविनयम,
अथवा ािधकरण ारा Cदये गये Cकसी आदेश अथवा िनदेश का उUलं घन Cकया है।
(v) अपने दाियMव के िनवाह म+ लापरवाह रहा है।
(vi) Cकसी 8यायालय ारा उसे कै द क सजा दी गई है।
बशत' Cक ािधकरण ऐसे िनलंबन से पहले सं बंिधत 3ि को अपनी बाद कहने के िलए सुनवाई का एक उिचत अवसर देगा।
2) ािधकरण लाइस+ स को उस ि9थित म+ भी िनलंिबत कर सकता है यCद महMवपूण सू चना के आधार पर उसक राय म+ ऐसे लाइस+स को
जारी रखना पॉिलसीधारक के िहत पर ितकू ल भाव डालेगा, तथा ऐसी ि9थित म+ वैयिक सुनवाई का अवसर नहa Cदया जा सकता।
उपप--िविनयम िविनयम
22
उ
3) ािधकरण कारपोरे ट सव'(क के िनदेशक/ भागीदार के वैयिक लाइस+स के िनर9तीकरण के अितर , उ -िविनयम िविनयम 1 1 और और 22 म+
और और
उपप
-
1 1
बताये गये ?प म+ Cकये गये Cकसी भी काय के िलए कारपोरे ट सव'(क के लाइस+स को भी िनलंिबत कर सकता है, यCद वह उसके Cकसी
एक भागीदार/ िनदेशक ारा Cकया गया हो।
4) लाइस+स का िनलंबन ऐसी अविध के िलए होगा जो आदेश म+ िनPदQ क जा सकती है तथा वह िनलंबन के आदेश क तारीख से तब
तक भावी होगा जब तक िनर 9त नहa Cकया जाता।
5) िनलंबन क अविध के दौरान ऐसे लाइस+ स का धारक उस समय Cकये जा रहे सव'(ण कायA सिहत, सव'(ण और हािन िनधारण का
कोई भी काय नहa करे गा तथा ऐसे सभी लंिबत काय बीमाकता अथवा बीमाकृ त 3ि , जैसी ि9थित हो, को लौटा देगा।
िनर,तीकरण
24. 4. लाला
2 इ काका िनर,तीकरण
इसससस
2 24. 4. ल इसस काका िनर,तीकरणिनर,तीकरण
लााइसस
1. जहाँ यह पाया जाता है Cक कोई सव'(क और हािन िनधारक अिधिनयम क धारा 42डी म+ उिUलिखत Cकसी भी अनहता से `9त है
अथवा उसने जानबूझकर अिधिनयम अथ वा आईआरडीए अिधिनयम, अथ व ा उन अिधिनयम के अधीन बनाये गये Cकसी भी िनयम
अथवा िविनयम के Cक सी भी उपबं ध अथवा ािधकरण ारा जारी Cकये गये Cकसी भी आदेश अथवा िनदेश अथवा अनुदेश का उUलंघन
Cकया है, वहाँ ािधकरण उसके लाइस+स को ऐसी तारीख से जो उसके ारा िविनPदQ क जा सकती है, िनर9त कर सकता है।
बशत' Cक ािधकरण िनर9तीकरण से पहले सं बंिधत 3ि को अपनी बात कहने के िलए एक उिचत अवसर देगा।
आगे यह भी शत होगी Cक इस उप-िविनयम म+ ािधकरण को द शियाँ अिधिनयम क धारा 64यूएम ारा उसे द शिय पर
ितकू ल भाव के िबना हD।
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