Page 143 - Insurance Surveyors Book Ebook IC S01
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2) Mयेक वैयिक आवेदक ारा अलग फाम 9तुत Cक ये जाने क आव^यकता है।
)
का
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स
सव
कसव
क
((कारपोरेकारपोरे
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सव
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क ((कारपोरेकारपोरे टट सव
कसव
क ) का नामनाम : :
सव
क
) काका नामनाम : :
सव
क
वैयि$कवैयि$क
िववरणिववरण
वैयि$कैयि$क िववरणिववरण
व
I.
पूरा नांम
क.
सव'(क सं9था म+ ि9थित
ख.
ज8मितिथ
ग.
शैि(क अहताएँ
घ.
संबंिधत पृuभूिम और अनुभव
ङ.
9थायी पता
च.
वतमान पता
छ.
ज. ई-मेल पता/ टे लीफोन संVया
आयकर अिधिनयम के अंतगत पैन तथा
झ.
आयकर मंडल का नाम और पता
पते का माण
ञ.
बीमे म+ संबंिधत wान और अनुभव
ट.
ि9थित से संबंिधत कोई अ8य सूचना
ठ.
योHयतायोHयता
औरऔर उपयु$ता
II. संबंिधतंबंिधत योHयतायोHयता औरऔर उपयु$ताउपयु$ता ((!फट एIडएIड ोपरोपर ) ) ) केके मानदंमानदं डड
ोपरोपर
संबंिधतसंबंिधत
स
एIडएIड
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उपयु$ता
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मानदंमानदं
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उKर
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``हाँहाँ' ' हैहै
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य!द!द
य य !कसी!कसी भीभी JJ काका उKरउKर ``हाँहाँ ' है है ; ; तोतो कृकृ पयापया पूरापूरा िववरणिववरण द।द।
!कसी!कसी
य!द!द
पयापया पूरापूरा िववरणिववरण द।
कृकृ
भीभी J
क. या आपने कभी Cकसी कानून के अंतगत से बी, रज़व बDक , आईआरडीएआई, पीएफआरडीए,
एफएमसी आCद जै से Cकसी िविनयामक ािधकरण से पंजीकृ त हD अथ वा लाइस+स ा0 Cकया है
या आपने इस आवेदन म+ बताये गये नाम के अलावा Cकसी अ8य नाम से कारोबार Cकया है
ख.
ग. या आपको कोई कारोबार, 3ापार अथवा 3वसाय , िजसके िलए कानून के अंतगत िविशQ लाइस+स ,
पंजीकरण अथवा अ8य ािधकार अपेि(त है, करने के िलए Cकसी िविनयामक ािधकरण ारा कभी
अ9वीकार अथवा ितबंिधत Cकया गया है
या कभी आपको कोई 3ावसाियक कायकलाप करने के िलए Cकसी िविनयामक ािधकरण ारा
घ.
नCदत अथवा अनु शािसत अथवा िनलंिबत Cकया गया है अथ वा अनुमित या लाइस+स या पंजीकरण
देने से इनकार Cकया गया है
ङ. या आप कभी Cकसी जाँच-पड़ताल अथ वा अनुशासिनक कायवाही के अधीन रहे हD अथवा आपको
कभी Cकसी िविनयामक ािधकरण ारा कोई चेतावनी या फटकार दी गई है
या कभी आपको Cकसी कानून के अंतगत Cकसी अपराध के िलए दोषी ठहराया गया है अथवा आप
च.
Cकसी लंिबत कायवाही के अधीन रहे हD
छ. या कभी आपको Cकसी भी समय Cकसी 3वसाय / पेशे म+ वेश करने से ितबंिधत Cकया गया है
आEथक िविधय और िविनयम के उUलंघन के िलए लंिबत या ारं भ Cकये गये अथवा अतीत म+
ज.
दोषिसिg म+ परणत अिभयोजन का िववरण, यCद कोई हो
आपके िवng लंिबत अथ वा ारं भ Cक ये गये अथवा अतीत म+ दोषिसिg म+ परणत आपरािधक
झ.
अिभयोजन का िववरण, यCद कोई हो
ञ. या आप कं पनी अिधिनयम, 2013 क धारा 164 के अंतगत परकिUपत Cकसी भी अनहता से `9त
हD ?
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