Page 3 - Vigyan_Ratnakar_April 2021
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प्रकाश-िंश्ेषण
हररयर-हररयर पात पािपक
िा कयोनयो हररयर अंि। 'हररतलिक' िण्णक के र कारण ओक्र हररयर रंि।
जदड़सँ घीचल पादन ओतय पहँचै अछि लिणक संि। काब्णन राईऑक्साइर हिासँ घीचय नाना रंध्र।
ओहीिने ऑक्सीजन फे कय सूय्णरलश्म जँ संि।
एदह प्क्रममे बनय शक्ण रा बूिह,नदह हअ' िंि। 'प्काश-सं श्ेषण' पािप के र भयोजन बनबक ढंि।
- ज्ानिर््णन कं ठ
न्ूटनक ननयम
तीन दनयम न्यूटनकँे कहल कदनक िेबै एकरा पर छधयान भरौदतकीकेँ खाम्ह बुिू छिक पररभाषा रटब राखब ज्ान ॥१॥
प्िम, कयोनयो िस्तु लस्र िेि संि
िदत अिस्ा आओर दिश्ाम
बाहरी बलकँे दबन प्ययोिे
िस्तु िदत नदह पररित्णन दनिान ॥२॥
कयोनयो िस्तुकेँ संिेि पररित्णन आरयोदपत बलक समानुपाती
दिशा िैह जे बलक हयोएत िैक न्यूटनक ियोसर दनयमक’ पाँती ॥३॥
तेसर, दक्रयाकेँ दिपरीत प्दतदक्रया कयोनयो िस्तु लेल बराबर मान
एक ियोसरक दिपरीत दिशासँ
हेतै प्दतदक्रया एक समान ॥४॥
- मछण आमारुपी
करू ओररिाि,
त' खूब फरत आम
ुधीर मेहता, कृ षि षिशेिज्ञ सए
10 लीटर पादन मे 200 एमएल दमला क’ िेला सं फसल बदढ़या भ’ जाइत अछि। जाैं िंधक उपलब्ध नदह हए त’ 0.1 प्दतशत कयोशान के छिड़काि सेहयो क’सकैतिी।
कतेक बेर नि पल्ि, पात, मजर आ आमक ऊपर कारी रंिक ििा्ण जकां जमा भ’ जाइत िैक। ई सेहयो फसल कें बहत बेसी नयोकसान पहंचाबैत िैक। एकरा सं बचािक लेल ियोरयो दमकस्चर के र छिड़काि 15 दिनक अंतर पर कम सं कम तीन बेर अिश्य करी। आम मे जे एकटा आर खतरनाक बीमारी लािैत अछि ओ अछि बांिा रयोि। एकर नामे सं बुिा जाइत अछि दक ई फसल केर सभसं पैघ िश्मु न हैत। एदह बीमारी मे पात बहत ियोट भ’ जाइत िैक आ मजर सेहयो एकटा िुच्ा मे बिछल जाइत िैक। एकरा सं बचाि के र लेल प्दत एक लीटर पादन मे ऐनएए .02 के छिड़काि खाली प्भादित भाि पर करबाक चाही। एक सं िू चयोट मे एदह बेमारीक समूल नाश भ’ जाइत िैक।
आमक सीजन मे एकटा कीड़ा लाही फसल कें सहे यो बहत बसे ी प्भादित करैत िैक। ई खाली आमे टा नदह बलल्क सरसयो,ं मदु निा आ जे कयोनयो भी फसल जे दक फू ल सं फल लिबाक प्दक्रया मे एखनु का समय मे रहैत अछि, ओकरा ई प्भादित करैत िैक। लाही मजर सं रस चछू स कें ओकरा दनछ्रिय क’ िैत िैक। एकरा सं बचबाक लले मयोनयोकयोटयोक्रासं के छिड़काि सात दिनक भीतर िू सं तीन बरे करबाक चाही। लाही के अलािा एकटा उज्जर रंिक कीड़ा सहे यो आम कें प्भादित करैत िैक। ई प्ाय: आम जखन कनके पघै भ’ जाइत िैक, तखन ओकर राटं क ठीक नीचा सटल िेखाइत िैक। एकरा सं बचबाक लले पयोशाछियॉन 0.03 के छिड़काि करबाक चाही। अतं म,े आम टुटला के बाि कलम मे आिी िा हल्ी लिा िेल करी। खबू नीक फसल के िारंटी पक्ा अछि। ओना अपना ओतय दमछिला मे लयोक आमक कलम तखनदह जाइत िछि जखन दक फे र सं आमक सीजन आबतै िैक।
दह िष्ण जादह तरहें आम मजरल अछि, बुिना जाइत अछि जे बहत साल बाि नीक जकां आम फरत। मरौसम सेहयो कनेक अनुकू ल अछि।
अंधर-दबहारर सं एखन धरर मजर सभ बांचल अछि। जरौं एहने मरौसम बनल रहय त’ बंबई आर मालिह के कतरा के कहय, छसनुररया आम सेहयो भरपूर खयबाक लेल भेटत। जरौं एखनदह सं कनेक सािधानी बरती, मतलब दक फसलक नीक जकां िेख-भाल करी त’ फे र महयोमहयो भ’ जायत। त’ आबू हम बताबैत िी जे आमक नीक फसलक लेल एखनदह सं के हन तरहक ओररयान सभ करी...
सभसं पदहने आमक िािक िेखभाल कयोना करी जादह सं आम त’ बेसी फरबे करय, िाना सेहयो ियोटिर हअय। एकरा लेल सभसं जरूरी अछि िािक जैड़ के चारू कात खूब नीक जकां तादम िी। जखन िषा्ण ऋतु समाप्त भ’ जाय त’ ओकरा जैड़ मे सभ साल एल्रि नामक िबाई ि’ िेल करी। एकरा सं िाि दनरयोि रहत आ संिदह िाि मे लािै बला कीड़ा, खासकय िीबार सं रक्ा करत। आई कालहि दमछिला के कलम-िािी के लयोक तमेनाई-कयोरनाई लिभि ियोदड़ िेलछखन हं। जरौं पूराकलमनैत’कमसं कमजैदड़ययोकें कयोररकें जं ई िबाई सभ बष्ण ि’ िेल जाय त’ िाि हृष्-पुष् रहत।
सभसं महत्वपूण्ण हयोइत अछि दक मजर कें बेमारी सं कयोना बचाबी। कतेक बेर मजर सं फल लिबाक समय िेखल जाइत अछि दक ओकरा मे एकटा उज्जर सन कीड़ा जे दक बाि मे मादटक रंि सन भ’ जाइत अछि, लादि जाइत अछि। ई एतेक खतरनाक हयोइत अछि दक मजरक संि-संि रादढ़ के सेहयो सुखा िैत अछि। एकरा चूणीफफूं िी सेहयो कहल जाइत अछि। एदह बीमारी सं बचबाक लेल 15 दिनक अंतराल पर कम सं कम ि-ू तीन बेर िंधक 0.2 के र छिड़काि