Page 3 - Vigyan Ratnakar May 2021
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आमुख कथा
  सुभाष चन्द्र
बौआ, जाउ पाहुन एलछखहि। एक लोटा जल लाउ। तहनका हाि-परै आ मांहु -कान धोबाक िछहि।’ जखने कोनो अतिछि अबिै िलाह ि’ दलान पर बसै ल कोनो पघै लोकक मांहु सां इएह गप्प सभसां पतहने तनकलिै िल। नने ा जल अनिै िल। पाहुन खररहान मे आ दलानक किैर मे जा परै - हाि धोइि िलाह। मांहु -कान पोिैि िलाह। िखने दलान पर चढैि़ िलाह। इएह िल तमछिलाक सांस्ार। तकिु गाम मे एखनहुां एकर चलनसारर अछि। एकर पािाां एिबे टा मांशा जे गाम-गमाइि सां अयला पर ओ शद्धु भ’ जाइि। कोरोना काल मे लोक सां सरकार आ स्ास्थ्य तिभाग इएह तनहोरा क’ रहल अछि जे किओ बाहर सां जखनेआांगन-घरआबी,ि’पतहनेपरै-हािकेंखबू नीक
जकाां धो ली। मांहु -नाक कें नीक जहाां पोछि ली। तमछिलाक गाम मे लोकक कहिा पर सतदखन गमिा रहैि अछि। ई गमिा बि काजक होइि अछि। जखने रस्ता काि मे कोनो तिष्ठा िा दगु ्थन्ध अबैि अछि, झटसांनाकझाांतपलैििी।ओतहदगुगंधजतनिपदाि्थ सां कोनहु िरहक कीटाणु-तिषाणु सां लोक कें गमिा बचबैि अछि। चैि-बैशाख मे जखन खररहान आ खेि मे दाउन होइि अछि िखनो लोक एतह गमिा सां खूब नीक जकाां अप्पन मांहु आ नाक-कान कें झांपैि िछि। एना कयला सां कोनो िरहक िछज्थि सूक्ष्म पदाि्थ हमर
शरीर कें नुकसान नतह पहुांचा सकै ि अछि।
कोरोना काल मे स्यां प्धानमांत्री श्ी नरेंरि मोदी किेकोबेरमांहु-नाककेंगमिासांझपनेदेशकजनिाकें सांबोछधिकयलाह।ओदेशिासीसांमास्आगमिाक उपयोग करबाक लेल तनहोरा कयलाह। कोरोना काल मे मास् खूब उपयोग भ’ रहल अछि। तमछिला पेंतटगां िाला मास् ि’ जेना बुझू जे लोकक पतहल पसांद भ’ गेल। तमछिलाक गाांि-गाांि मे ई बनय लागल। तदल्ी आमांुबईमेसेहोकिेकोलोकतमछिलापेंतटगांसिाला मास् बनौलाह। एकर खूब तबकी भेल। आपदा मे एकटा ई नीक अिसर िल तमछिलाक लेल। जे तकओ तमछिला पेंतटगां स करय िछि, हुनका एतह तिपतति काल
मे एक नि रोजगारक अिसर भेटल।
िॉक्टर कहैि िछि जे समय-समय पर हाि धोइि
रहू।गामघरमेछ्रिगणसभभोजनबनबे ाकालअपिै क कारण नतह जातन किके बरे हाि धोइि िछि। लोक तनत् कम्थ सां तनितिृ होइि िछि ि’ हाि
आ परै कें रगति-रगति कें धोइि िछि।
साबनु नतह उपलब्ध ि’ मातट आ िाउर सां । िाउर कें एां टीबक्टै ीररयल मानल गले अछि। तमछिलाक मातट सहे ो बिि पतित्र मानल गले अछि। भोजन करबा सां पतहने लोक नीक जकाां हाि-परै
धोइि िछि। गाम मे ि’
ठाऊ कयलजाइिअछिआिकरबादभोजनपरसल जाइि अछि। भोजन कयलाक बाद सहे ो लोक हाि धोइि िछि। शहरी व्िथिा मे ि आब चम्च सां भोजन कयलाकबादनपेतकनसांहािकेंझािल-पोिलजाइि अछि। ओतह मे गाम सनक शद्धु िा कहा?ां
कोरोना काल मे िॉक्टर आ तिशेषज् लोकतन कें कहब िछहि जे भोजन मे प्ोटीनक प्चुरिा होयबाक चाही। तमछिला मे माि-भािक व्ापकिा सि्थछसद्ध अछि।पग-पगपोखररमािमखान।ईकहबीि सबकें सुनल होयि। माि मे प्चुर मात्रा मे प्ोटीन होइि अछि। ओमेगा-3 फै टी एछसि सेहो रहैि अछि। एकरे सां गे तिटातमन आ खतनजीय पदाि्थ। किेको शोध मेईछसद्धभ’चुकलअछिजेकैंसरसनअसाध्यरोग सां लिबा मे माि सेहो सहायिा करैि अछि।
ओमगेा3केरकैप्लू दैििछहि।जेतकओमािखाइि िछि हुनका खयबाक लले सहे ो कहल जाइि िछहि।
कोरोना काल मे लोक अिसाद सां रिछसि भ’ रहल िछि। हृदयाघािक मामला सनु बा मे बसे ी आतब रहल अछि। बगें लरुु के तनमहासां (एनआईएमएचएमएस) के मनोछचतकत्ा तिभाग के सहायक प्ोफे सर िॉ. तदनाकरन कें कहब िछहि जे कोरोना काल मे लोक मे अिसाद बसे ी भ’ रहल िछहि। हुनका सभ कें आत्मतिश्ास कायमरखनाईजरूरीिछहि।सांगेलोकअपनसांस्ार सां जिु ल रहछि आ अपन पररिार कें तहसाबे चलिै , ि’ कोनो तदक्कि नतह। लोक एक-दोसर कें बोल-भरोस दैि रहिनु । यिासांभि मदति करैि रहिहिु ।
मई 2021 3
    मिथिलाक सस्ं ार आ कोरोना
   तमछिलाक गाम-घर मे जखन तकओ तकनको दलान िा घरक आगाां सां जाइि िछि ि’ अमकु व्तति कें एकबरे तिशषेज्केंकहबिछहिजेमािमेमौजदूफैटीआिाजदैििछिहि।हाल-चालनीक-बजेायपछूिलिै
एछसितदमागकेंिजे करैिअछिआस्मरणशततिबिाबिै अछि। प्ोटीन मस्स्तष्कक नि कोछशका के र तनमाण्थ करैि अछि। हृदयरोगी कें लले मािक ओमगे ा 3 फै टी एछसि िरदान कहल जाइि अछि। तमछिलाक लोक मािक सिेनकरैििछि।कहलजाइिअछिजेओमगेा3केर सिे न सां अिसाद मे कमी अबिै अछि। गभाि्थ थिा मे जखन मतहला कें अिसाद घरे ैि िछहि ि’ िॉक्टर हुनका
िछिहि। साझां हो िा भोर। ई व्िहार गाम-घरमे आइयो बनल अछि। जतद हमियस् आ पघै लोक तदस सां उतिर नतह भटे ैि िछहि ि ियोढी पर एकबरे झातां क लिै िछिहि, जे सभतकिु सामान् ि’ िैक न।े तदल्ी तिश्तिद्यालय के र प्ोफेसरिॉ.सतििाझाखानकहिै िछिजेकोरोनाकालक बादसांसारमेकिके ोभोज्यपदाि्थकें गणु दोषिाओकर
ख ा स त न र ो ग ी अ ि य ि क े र प न ु व् ा ख्य्थ ा ब स े ज रू र ी भ’ चकु ल अछि। िॉ. खान कहिै िछि जे तमछिलाक भोजन आ भोज तिन्ास जग तितदि अछि। ग्ारहिी ां सदी मे ज्योतिरीश्र ठाकु र िणर्थ त्नाकर मे तमछिलाक प्मखु खान-पान मे भाि, दाछल, िरकारी, चिू ा, दही, चीनी, फल आ दधू कहिै िछि। दोसर पोिी प्ाकृि पगैं लम मे ओ कहिै िछिजेओगहृ णीधन्
 












































































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