Page 51 - Not Equal to Love
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नॉट इ वल टू लव
- अगर आप म िलखने क छटपटाहट है तो ज़/र िलख
पाएंगी।
- जी।
- बस, िलखना खुद होगा।
- ले5कन िलखने का फायदा _ या?
- अगर फायदा ह+ पूछना था तो 5फर सारे सवाल ह+ _ य*?
- ये भी सह+ है।
- अगर आज म लेखक हूं तो बहुत सुकू न िमलता है। घुटन
नह+ं होती। कभी अके लापन या खालीपन नह+ं होता।
- और?
- देखो छIव, सरल भाषा म बताऊं तो आम तौर पर सोचने
समझने वाला आदमी तीन इg छाएं रखता है। बेहतर
जीवन यापन क, अिभMयIN क और माTयता क। यानी
जो कु छ हम कर रहे ह वह हमार+ पहचान बने। बस, सार+
ज^ोजहद अिभM यO_ त का मा:यम तलाशने क और उसे
माTयता िमलने क है। अपने आपको अिभM य_ त कर लेने
का मा:यम िमल जाना बहुत सुख देता है।
- सह+ कहा देव। मा:यम कै से तलाश?
- लेखक बनना है तो िलख। खूब िलख। डायर+ िलखने से
शुआत कर। डायर+ म िलखे और बाद म रचना के /प
म छपे श) द बहुत सुख देते ह।
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