Page 14 - INBEF की आवाज़ 
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     ज़िरए वािष र  क वेतन वृिद   की रािश र पए 4816 करोड़ (र पए 2239 करोड़ अिधकािरयो  के  िलए और र पए 2577
            करोड़ कमर कारो  के  िलए) थी, यह जो र पए 1765.04 करोड़ का ब  ाज के  र प मे  पे सन फ़ं ड मे  घाटा ह आ वह
            वािष र  क वेतन वृिद   का 40% है -आिख़र इस घाटे को मौन स  ीकृ ित क  ो  ?
            नौवे  वेतन समझौते के  दौरान पे सन का िवकल   चुनने वालो  के  साथ अन  ाय :
            इन कमर चािरयो  का वेतन 01.11.1997 से उसी अनुपात मे  कम हो गया िजस अनुपात मे  उनसे पे सन की बढ़ी ह ई
            लागत वसूली गयी । जब उन  े  पे सन फ़ण   का लाभ नही  िमला तो उनसे यह रािश क  ो  वसूली गयी ? जब नौवे 
            िद  पक  ीय समझौते के  ज़िरए उन  े  पेसन का नया िवकल   िदया गया तब भी पे सन लागत को सभी कमर चािरयो 
            से बराबर बराबर वसूल िकए जाने की जगह के वल उन  ी  पर पे सन की पूरी लागत का भार डाल कर वसूली
            कर ली गई । INBEF के  िलिखत प  बल िवरोध को भी नज़रंदाज कर िदया गया ।
            स  ैकिक  क सेवा िनवृित   और बै क से त  ागपत   देने वालो  के  साथ अन  ाय :
            नौवे  िद  पक  ीय समझौते के  अंतगर त पे सन के  एक अितिरक   िवकल   का IBA द  ारा ग़लत अथर  िनकाला गया ।
            जब बै क का एक महाप  बंधक कायर पालक िनदेशक बनता है तब वह एक बै क कमर चारी नही  रह जाता बिल  
            भारत सरकार द  ारा बै क के  िनदेशक मंडल हेतु नािमत सदस   होता है । तब वह बै क के  पे सन फ़ं ड से िनयंित  त
            नही  होता । वास  व मे  उसे बै क सेवा से त  ागपत   देना होता है लेिकन उसे त  ागपत   की जगह बै क से सेवा
            िनवृत    माना  जाता  है  और  उसे  सेवा-िनवृित    के   अनुदानो   यथा  ग  ेच  ूटी,  पे सन,  अवकास  नक़दीकरण,
            भिवष  िनिध व अन   सेविनवृित   लाभो  का भुगतान िकया जाता है । महाप  बंधक के  त  ागपत   देने के  बाद
            कायर पालक िनदेशक बनने पर समस   सेवा िनवृित   लाभो  का भुगतान जबिक सामान   बै क कमर चारी को 20
            वषो    की सेवा के  उपरांत त  ागपत   देने की दशा मे  पे सन के  लाभ से वंिचत िकया जाना ? महाप  बन  क को
            कायर पालक िनदेशक बनने पर सरकार द  ारा िनधार िरत वेतन के  साथ साथ मािसक पे सन का लाभ भी ? ED/
            CMD दो दो पे सन पा रहे है  -एक पैतृक बै क से जहाँ वे महाप  बंधक थे और दूसरी उस बै क से जहाँ से वे ED/CMD
            के  र प मे  सेवा िनवृत   ह ए । ED/CMD को पे सन फ़ं ड से पे सन का भुगतान जबिक उन  ो ने कभी भी पे सन की बढ़ी
            लागत  10%  का  अंशदान  नही   िदया  जबिक  ऐसे  अंशदान  का  भुगतान  करने  वाले  और  20  वषर   की  सेवा  के
            उपरान   त  ागपत   देने वाले या वीआरएस लेने वाले कमी   को पे सन के  लाभ से वंिचत िकया जाना ? क  ा यह
            अन  ाय नही  है ?
            क  ा फ़क़र   पड़ा है आम बै क किम र  यो  पर इन चूको  और ग़लितयो  का ?
                                                                      PA G E   !14





