Page 6 - CHETNA JANUARY 2020- FEBRUARY 2020 FINAL_Neat
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जमा कर लC, पर इसमC कोई भी संदेह नह ं है 8क इस Hकार के  काय,†म मा*
        पैसा बनाने के  Vलए ह  8कये जाते हK. सीधे-साधे लोग> क/ आँख> मC धूल झ>क
        कर धम,-‡यव?था क/ आड़ मC गर ब> क/ अथ,-‡यव?था पर Zनशाना साधा जाता
        है.  कोई  इस  बात  को  मानने  के   Vलए  तैयार  नह ं  है  और  ना  ह   एZतहाVसक
        जानकाLरय> को सुनने और सीखने के  Vलए तैयार है 8क धम, क/ आड़ मC हमेशा
        से ह  महायाजको, याजक> और धम, गुˆओं ने स€य को दबाया है, धम,-?थल को
        ‡यापार का घर बनाया है और सीधे-ईमानदार> ने अगर उनका _वरोध 8कया है

        तो उQहC सूल  पर चढ़ाया है. कभी भी ऐसे धम,-गुˆओं और Hचारक> ने मसीह
        समाज के  उ€थान क/ बात नह ं क/. आज हमार  िज़Qदगी झूठे मसीह  Hचारक>
        क/ बुलंद आवाज> के  इद,-}गद, ह  Vसमट कर रह गई है. पंजाब के  Hोफे ट ने मर
        लड़क/ को जी_वत कर  दया, उसका  दया हआ आशी_षत दुआयी तेल बड़ा ह
                                             ु
        चम€काLरक है, फलाने HेLरत क/ सभा मC 'होल  ि?पLरट' का आगमन होता है,
        वहां  कQवCशन  हो  रह   है  और  फलां  ईसाई  साधू  आ  रहे  हK,  नेशनल  और  इंटर
        नेशनल मसीह  सा ह€यकार> का आगमन है, नये मसीह  लेखक>/ले`खकाओं का
        ?वागत है, यह Vसखाने के  Vलए 8क, मसीह  लेखक/ले`खकाएं कै से तैयार 8कये
        जायCगे-  हQदु?तान क/ बहत मशहर सेVमनार है; सारा सोशल मी„डया इQह ं बात>
                                    ू
                             ु
        से भरा रहता है. ऐसी बात> से, इन काय,†म> से नतीजा क ु छ Zनकलता नह ं है.
        लोग आते हK. अoछे और ?वा दBट भोजन के  मजे लेते हK, हवाई जहाज मC या*ा

        करते हK, इंजॉय करते हK और चलते बनते हK. ना ह  कोई आ€मा बचती है और
        ना ह  कोई कलमकार पैदा होता है.
             उपरो=त सार  बात> का नतीजा यह है 8क अंjेज> के  जमाने मC जो थोड़ा
        सा भी आि€मक लाभ मसीह  सेवा के  नाम पर हो रहा था, अब तो वह भी हाथ>
        से Zनकलता नज़र आने लगा है. सी.एन.आई. क/ आ}थ,क मंडी के  कारण कमर
        ट ू ट चुक/ है. Vसनड के  पास पैसा नह ं है. पा?टर> को सेवा से कम अपनी नौकर
        बचाने क/ 8फ़† लगी रहती है. मसी हयत यहाँ तक ख?ता हो चुक/ है 8क ज़रा

        भी झगड़ा या _ववाद, चाहे 8कसी भी बात के  Vलए =य> हो, दुआ-बिQदगी और
        आपसी  मेल-Vमलाप  से  सुलझाने  क/  बात  ह   अब  कहाँ  रह   है;  मामला  पलक
        झपकते ह  पुVलस और कोट, मC पहँच जाता है.
                                    ु
             अब दे`खये 8क इस नये आने वाले साल मC हमार  उ[मीदC पूर  ह>, यह
        दुआ है. _पछले साल मC जो गलत हआ, जो पसंद नह ं था वह अब दोबारा न
                                       ु
        हो. यह  कामना है, यह  शुभ कामनाएँ हK.

                                              6 |  चेतना प ढ़ये और आगे ब ढ़ये
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