Page 27 - E-BOOK KENDRIYA VIDYALAYA SANGATHAN RANCHI REGION
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कोरोना काल और म
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कोरोना काल म मझ और मर प रवार को परशा नय म रहना
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पड़ा। इसका कारणयह ह क कल म जो मज़ा आता था, वो
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घर बठकर नह आता ह।पर मन इसका हल नकाल लया था।
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मन घर म रहन क दौरान एक खलौना बनाकर खला। इसस े
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मझ ब त मज़ा आया। म पढ़ता भी था और खलता भी था
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और ट ०वी०भी दखता था। इस कोरोना काल म मझ कई हॉबी
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वक सत करन का मौक़ा मला और साथ ही परान हॉबी को
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परा करन का भी मौक़ा मला।पहला था ॉइग करना, मरी
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एक ॉइग जो कोरोना काल स जड़ी ह, आग द गई ह।
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सरा कोस क कताब पढ़ना और कहा नय क कताब पढ़ना
तथा नए खल खलना सीखना एव पड़ पौध लगाना सीखना य क
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मझ पड़ पौध लगाना पहल नह आता था।द नक कायकलाप म
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भी ब त प रवतन आ जस क कल क समय मझ पाच बज े
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उठना पड़ता था पर इस काल म छह बज उठता । पहल 7.50
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बज व ालय म ाथना होती थी, अब 8.15 प० बज ऑनलाइन
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ाथना सभा होती ह। टाइम टबल क अनसार ऑनलाइन क ा
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स जड़ना होता ह। कभी कभी नटवक क सम या क कारण कछ
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भी सनाई या दखाई नह दता ह। ऐस म कई बार मझ एक ही
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सवाल बार बार अपन श क स पछना पड़ता ह। व ालय म ऐसा
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नह होता था। भ व य म अब जब भी व ालय खलगा, मझ े
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मा क लगाकर और सनीटाइज़र साथ म लकर जाना होगा।
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