Page 37 - माँ की पर्णकुटी
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सलोनी-आप पछले चार साल से "माँ क पण क ु ट " के मा यम से पि लक क ू ल म पढ़ रह ह I आप एक भावुक बेट ह I
आपने मांस खाना छोड़ दया है, िजसके बाद आप म काफ सुधार ह ु आ है I पहले पढ़ नह ं पाती थीं I अब आराम से कताब
पढ़ लेती ह I क ा म भी अ छे मा स ला रह ह I
सलोनी-एक दन,घर के पास ि थत परचूनी क
दुकान से दूध लेने पर, दुकनदार वारा 500 पये
अ धक दे दए थे िजसे आपने वा पस कर
ईमानदार क मसाल कायम क है