Page 13 - HINDI_SB35_Prophets1
P. 13

“ प्रभु की
                         ै
                   े
                 “लिकन ियश के  घरान  े                  आ�ा उस पर
                    े
                      �
                 के  तन म से, एक शाखा                     होगी।”
                        े
                    िनकलगी।”
                                                              “वह स�ाई से
                                                                   े
                                                              �ाय करगा।”
                                                          “वह पृ�ी पर शा��
                                                                 े
                                                              लायगा।”










                                              ै
                                        े
                                     “सार रा� �  ियश की इस शाखा की
                                           े
                                    ओर िफर�ग, और सभी लोगों के  िलए
                                         एक ही झंडा होगा!”
                    “ प्रभु का िदन     “ प्रभु  के  क्रोध से
                     आ रहा है!”        पृ�ी िहल जाएगी!”
                                                े
                                              “बबीलोन िगर
                                             जाएगा! अ�ूर का
                                            �ाय िकया जाएगा!”



                                                                            “मोआब तबाह हो
                                                                            जाएगा! आराम न�
                                                                              हो जाएगा!”

                          ु
                     “पूरी दिनया का
                       �ाय िकया                  “�ोंिक पृ�ी  इस पर
                                                    े
                        जाएगा!”                  रहन वालों के  कारण
                                                          ू
                                                अपिवत्र और प्रदिषत हो
                                                     गयी है!”
                                                  “पाप और अपराध
                                                  का शाप इसे न� कर
                                                      रहा है!”
                                                                               े
                                                                             “लिकन िह�त
                                                                                  े
                                                                            रखो! परम�र बदल  े
                                                                            के  साथ आ रहा है—”
                                                                                   े
                                                                                “—लिकन वह
                                                                                 ु
                                                                                त�� बचाएगा!”
                                                                            “आनंद के  जयकार
                                                                             के  साथ  प्रभु  का
                                                                           उ�ार िसयोन से प्रकट
                                                                                होगा!”
                                                                              “ दुः ख और
                                                                              उदासी चली
                                                                                जाएगी!”









                                            यशायाह 11-35
                                            यशायाह 11-35                                   11 11
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