Page 8 - HINDI_SB35_Prophets1
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ु
                 �
       -- वे सचमच देखग  े                                                  जब तक शहर न� ना हो
                                                                                  �
             �
        और सुनगे और                                                       जाएँ , घर िनजन ना हो जाएँ ,
              �
          समझग! े  और वे मन                                               और खेत तहस-नहस ना हो
                                                                                 जाएँ ।
                      �
                  िफरायग! े
                                                                                     े
                                                                               और उसक बाद,
                 और वे चंगे                                                     देश के  स्थान
                                                                                      �
                 हो जाएं ग! े                                                  िफर से बबाद हो
                                                                                  जाएं ग! े
                     यह कब तक
                        े
                                                                               े
                     चलगा,  प्रभु                                             लिकन इस्राएल म� िफर
                         ?                                                    भी एक पिवत्र वंश बना
                                                                              रहेगा, जैसे िक प�ड के
                                                                                         े
                                                                                े
                                                                             काट जाने पर उसक पीछ   े
                                                                                ठूँ ठ छू ट जाता है!









                                                                          े
                                                                       “—लिकन इस्राएल
                                                                           े
                                                                       अपन मािलक को
                                                                       नहीं पहचानता है!’’


                  े
               प्रभु न ऐसा
                कहा!
                      े
                     े
                   “मर �ारा उ��
                          े
                         े
                    ब�ों न मरे
                   �खलाफ़ िवद्रोह
                     िकया है!”
                                                            “वह एक पापों से भरा देश
                “एक बैल और एक                                 और एक दु� जाित है..’’
                       े
                 गधा अपन मािलक
                 को पहचानता है-’’        समय बीतता गया।
                                                                 ं
                                                          े
                                                         े
                                                यशायाह अपन चतावनी के  सदेश का लगातार प्रचार कर रहा था।
                                                                     ु
                                                       प्रभु पूछते है, “ �ा त�� लगता
                                                              ु
                                                                े
                                                        है िक म� त�ार बिलदान चाहता
                                                                �ँ ?’’
                                                                         ु
                                                                            े
                                                                       “त�ार उपहार �थ� ह�!
                                                                          े
                                                                        ु
                                                                       त�ार बिलदानों से मेरा जी
                                                                             ु
                                                                          �ाकल होता है!’’
                                          ु
                                          े
                                      ु
                                        े
                                    “त�ार बर माग�
                                    के  कारण म� नहीं                    �
                                         ू
                                         ँ
                                       सुनगा!’’                    दु� माग? हम राजा
                                                                  योताम के  अधीनता म�
                                                                  सही काम कर रहे ह�!
                                                                    “तुम �ाय को ढूंढो!
                                                                   अनाथों और िवधवाओं
     6 6                                 यशायाह6:10-13; यशायाह1यशायाह6:10-13; यशायाह1  और पीिड़तों की मदद
                                                                        करो!’’
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