Page 3 - HINDI_SB35_Prophets1
P. 3

740 ई.पू, राजा उ���ाह
                                                              े
         के  रा� के  दौरान                                   लिकन िकतन  े      े
                                              े
                                         य�शलम, य�दा         समय के  िलए   इस्राएल हमार और
                                                                          ू
                                                                       अ��रयों के  बीच म
                                        शहर की राजधानी।          ?     �कावट की तरह है! �
                                     इस्राएल दो रा�ों के  �प म�
                                         ू
                                      मौजद है: उ�र की ओर                 और उ�ज्ज़याह लगातार
                                      इस्राएल, दि�ण की ओर                 हमारी सेना की ताकत
                                           य�दा।                           बढाता जा रहा है!
                                                    े
                                         यशायाह, वे कहत ह�
                                           िक  इस्राएल न  े
                                          असी�रया को ब�त
                                          राजकर िदया था!
                                         े
                                    हाँ, इसस दि�ण म  �
                                       ू
                                   अ��रयों का रा�ा
                                     �क गया था।
                                                                   हाँ, और सबस  े
                                                                      ू
                                                                        �
                                                                  मह�पण बात--










                                                                        --उ�ज्ज़याह   मुझे आशा है िक
                                                                           े
                                                                                          े
                                                                        परम�र के    योताम भी परम�र
                                                                            ु
                                                                                     ु
                                                                                          े
                                                                         अनसार   के  अनसार चलगा
                                                                         चलता है।  जब उसक िपता की
                                                                                       े
                                                                                  मृ�ु हो जाएगी।
                                          े
                                        अर,
                                       यशायाह!
                                      शांत हो जा!
                                             �
                                               ु
                                     हमारी सीमाय सरि�त ह�,
                                            े
                                         े
                                      हमार कील की दीवार  �
                                               े
                                     मजबूत ह�, हमार खजान  े
                                           े
                                         भर �ए ह�!
                                                यह उन लोगों के
                                                िदलों की बात है
                                                   े
                                               िजनक िवषय म� म�
                                                   ं
                                                 िचितत �ँ....
         यशायाह नामक ��� के  िवषय
                           े
          म� कम ही जानकारी है, उसक
              लेखों के  अलावा।
                     े
               और उसन िलखा: “िजस वष  �
                उ�ज्ज़याह की मृ�ु �ई--”







                                       2  राजाओं 15;  यशायाह 6:1                            1 1
                                       2  राजाओं 15;  यशायाह 6:1
   1   2   3   4   5   6   7   8