Page 32 - HINDI_SB59_Letters3
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      म� तमको उस िनयम की याद िदलाना चाहता �ँ जो परम�र न हम�   यिद हम परम�र से प्रेम करत ह�, तो हम वही करग जो वह हमस  े
         िदया है – मसीिहयों को एक दू सर से �ार करना चािहए।  कहता है और उसन हम� एक दू सर से �ार करन के  िलए कहा है।
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                                                                          े
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                                                                         े
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                                                              उनक समान होन से सावधान रहो - इस
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      ब�त सार झूठे  अगवों से सावधान   यिद कोई त�ार पास आए और जो मसीह न  े  बात का �ान रखो तािक तुम प्रभु से
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       रहो जो यह नहीं मानत िक यीश  ु  िसखाया िव�ास न कर, तो उसे अपन घर म� न   अपना पूरा-पूरा प्रितफल प्रा� कर सको।
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        हमार जैसे शरीर के  साथ एक   आन दो – और यिद तुम ऐसा करत हो तो
      इसान के  �प म� धरती पर आया।  उसकी द�ता म भागीदार होत हो। [1]
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                                                                    सच म�…?
               ऐसे लोग स�ाई के
              िव�� ह� - और मसीह
                के  भी िव�� ह�।
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                                  [1] स� हमशा प्रेम के  अ�ास की ओर
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                                      �
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                                 मागदशन करता है। स� प्रेम और एकता   यिद तुम मसीह की िश�ा से दू र चले जात हो, तो
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                                   दोनों की सीमा िनधा�रत करता है।  तुम परम�र को पीछ छोड़ देत हो।
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       जबिक यिद तुम मसीह की िश�ाओं के  प्रित                    म� और भी ब�त कु छ कहना चाहता �ँ, लिकन
                                                                                ु
       वफादार हो तो त�ार पास परम�र भी होगा।                      इस पत्री म� नहीं, �ोंिक मझे आशा है िक म�
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                तब त�ार पास िपता और पुत्र
                     दोनों होंग। े

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