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        “यह बात �रण रहे िक प्रभु न सारी जाित को
                ु
       िमस्र देश से छड़ाया, और उन म� से जो उस पर
                  े
        िव�ास नहीं करत, और न उसकी आ�ा मानत  े
           थे, उन म� से हर एक को मार िदया।”
















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                ू
        “और �गदतों को िज�ोंन अपन  े
          िनज िनवास को छोड़ िदया –
                     े
                      ै
              े
           े
        परम�र न अब अंधेर कदखानों म�
         ं
        जजीरों म� जकड़ – �ाय के  िदन की
                 े
         प्रती�ा करन के  िलए रखा है।”


























                                          े
                        “सदोम और अमोरा और उनक पड़ोसी नगरों को मत भूलो,
                                    ै
                                             ु
                            े
                        िज�ोंन �यं को अनितकता और दराचार के  िलए दे िदया।”
                                                          “वे आग से न� हो गए - और आज भी एक
                                                               े
                                                                            े
                                                              चतावनी के  �प म� ठहर ह�।”








                                              य�दा 5-7य�दा 5-7
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