Page 14 - RISE JANUARY 2024
P. 14
सांता क्लॉज़ का उपहार
ँ
े
े
एक छोट स गार् में रहने र्ाला एक छोटा सा लड़का नामक राजू था।उसका मोहन नाम का एक
े
े
दोस्त था। मोहन हमशा स फिसमस क ददन बहत उत्सुकता भरी नजर स दखता था,
े
े
े
ु
े
े
ं
े
क्योंफक उस पता था फक साता क्लॉज उस क ु छ खास उपहार दने आएंग, लफकन दूसरी ओर राजू
े
े
को सांता क्लॉज़ पर वर्श्र्ास नहीं था।
एक बार की बात ह, मोहन ने सोचा फक उस साता क्लॉज को क ु छ वर्शेष बताना चादहए।
ै
ं
े
ं
े
े
मोहन एक पतग बनाई और उस पर अपनी खुशशयों का संदश शलखा। राजू सब क ु छ दख रहा
े
े
था। मोहन क पतग बनाने क बाद राजू ने उसस पूछा, "तुम यह पतग क्यों बना रह हो’’ और
ं
े
े
ं
े
े
े
ं
े
व
अपना समय बबाद कर रह हो? इस पतग पर खचव फकए गए पैस स हमार शलए क ु छ और क्यों
ै
े
नही खरीद लते?" मोहन ने उत्तर ददया "यह पतंग समय की बबावदी नहीं ह यह पतंग वर्शेष रूप
ं
ै
स साता क्लॉज़ क शलए बनाई गई ह मैंने इसमें अपनी सभी खुशशयों का संदश शलखा हैं, जजस
े
े
े
े
ं
ै
ै
े
े
े
र्ह पढ़ सकता हI र्ैस भी चलो सो जाओ, बहत दर हो चुकी ह।" उसक बाद राजू और मोहन
ु
े
दोनों सो गयI फिसमस की रात, जब मोहन सो रहा था, उसने अपनी पतंग को खखलने का
सपना दखा। सुबह होते ही मोहन और राजू खखड़की खोला और दखा, की मोहन का सपना सच
े
े
हो गया था! उसकी पतग खूबसूरती स खखल रही थी और ऊपर स एक बड़ा सा सुदर उपहार
े
ं
ं
े
गगरा था।
ं
े
राजू ने र्ह उपहार खोला,र्हा एक चमकती हई सोने की घड़ी थी! साता क्लॉज ने मोहन क
ं
ु
े
े
सपने को पूरा फकया था। मोहन और राजू ने उस धन्यर्ाद ददया और उस ददन स उन्होंने
े
े
ँ
समझा फक सच्ची खुशशया उसक अंदर होती हैं और उन्हें बाटने का सबस अच्छा तरीका दूसरों
ँ
े
को प्यार और शमत्रता क साथ काम करना ह और राजू को भी अब वर्श्र्ास हो गया था फक
ै
सांता क्लॉज़ असली थे।
13
Avani Shree 8D