Page 11 - Annadeepam Hindi Magazine Pratham Ank
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संदेि


                                                                                     ष
                                       “अन् िदीपम” अमरावती का प्रवेिांक अपिे िीर्क में ही ि कवल आपूर्तष
                                                                                                  े
                                                                                                  े
               की प्रेरणा का आलोक समानहत ककए हुए है, बनल्क निगम में राजभार्ा – प्रगनत क प्रकाि को
               प्रसररत करिे क दानयत् व का संवाहक भी प्रतीत हो रहा है ।
                               े
                                              “भारतीय खाद्य निगम है जब तक

                                                अन् ि पहुूँचेगा जि –जि तक “

                       इस संदेि की संवानहिी राजभार्ा हहंदी की लक्ष् यािुऱूप प्रगनत हेतु अमरावती क निगम-
                                                                                                     े
               कमी प्रयास – रत होकर समर्पषत रहें, यही अपेक्षा है ।

                       “अन् िदीपम” क प्रकािि में प्रत् यक्ष और परोक्ष ऱूप से योगदाि देिे वाले सभी स्रददयों क
                                                                                                             े
                                     े
                                                                                    ें
               प्रनत आभार एवं पनत्रका की सफलता हेतु मंगल कामिाएं स् वीकार कर ।






                                                                                      उप महाप्रबंर्क (हहंदी)
                                                                                                           मुख् यालय, िई कदल्ली




                                                           संदेि


                                                                               े
                                हहंदी हमारी राजभार्ा है । देि क नवनभन्न राज्यों क लोगों को एक सूत्र में नपरोिे का
                                                               े
                               काम हहंदी भार्ा करती है । “अन् िदीपम” पनत्रका क प्रथम अंक क प्रकािि क अवसर
                                                                                                      े
                                                                                           े
                                                                               े
               पर हम सभी यह संकल्प लें कक हम अपिा अनर्क से अनर्क कायाषलय का काम हहंदी में करगे तथा
                                                                                                      ें
                                                                             ु
                                                                                            ें
                                        े
                                                                 े
                                े
               राजभार्ा हहंदी क प्रयोग क लक्ष्यों को हानसल करिे क नलए नमल जलकर प्रयास करगे ।
                       इस पनत्रका क सफल प्रकािि हेतु संपादक मंिल एवं सभी रचिाकारों को हार्दषक बर्ाई एवं
                                   े
               िुभकामिाएं ।



                                                                                               िी रत् िा प्रसाद

                                                                                     उप महाप्रबंर्क (सामान्य)
                                                                                             क्षे.का. अमरावती
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