Page 106 - Sanidhya 2025
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                                                                                    े
                                                                              कावाा , क्षत्राीया कावाा क सीहयाोग सीे बला क
                                                                                                        े
                                                                                 ि
                                                                                     े
                                                                              काकिमेंकों क पीरिरवाारजीनोंों, वाीर नोंारिरयाों एवां आकिश्रीत
                                                                              बच्चोों क किलाए किवाकिवा� “स्तिस्कृला ड्वालापीमेंंटी”
                                                                                   े
                                                                                                  े
                                                                              कायािक्रमें सींचााकिलात करती ह। इनों कायािक्रमेंों मेंं
                                                                                                ै
                                                                              किसीलााई-कढ़ााई, कप्यूूटीर प्रकिशक्षण, ब्यूूटीीकिशयानों
                                                                                         ं
                                                                                          ु
                                                                              कोसीि, ह�किशल्पो, ककरी तथाा अन्य व्याावासीाकियाक
                                                                                                          े
                                                                              कौशला शाकिमेंला ह। इसी पीहला का प्रमेंुख उद्देश्य
                                                                                         ं
                                                                              पीरिरवाारजीनोंों को आत्मकिनोंभािर बनोंानोंा, उन्हे  ं
                                                                              रोजीगारोन्मखी अवासीर उपीलाब्ध करानोंा तथाा
                                                                                     ु
                                                                              सीामेंाकिजीक और आकिथािक सीशस्तिक्तकरण को
                                                                               ु
                                                                              सीकिनोंकि�त करनोंा ह। ै
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