Page 278 - Sanidhya 2025
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भांरतीीय जवाान नंरिरत्व कीी पहचाान
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वेीर संहीसी धीयवेंनां हूं मा ं नांंरी हूं, पुर हूं एकां आमा पुहीचींनां
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एकां भंरतेीय �वेंनां हूं मा ं �स हीो अधीीर बंलकां और अधीरो� पु मास्कंनां,
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डरतें नांहीी� मात्यु स भी चीचील ही मानां मारं, प्रज्वाल ही सम्मांनां,
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इस अटेल सत्यु स नां अनां�ंनां हूं मा ं नांजिदेयो� सी झाूमातेी, पुवेतेो� मा घामातेी, गाँगाँनां कांो चीमातेी, ही�ंरो� ख्वांजिहीसो�
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कांभी �न्मं सोमानांंथा बनां कांं ही आसमांनां,
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कांभी हीरभ�नां बनांकांर आयं हूं। ं ू रहीनां देो मारी एकां आमा पुहीचींनां।
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गाँौरवेशंली भजिवेष्य कां रूपु मा सजिनांकां कांं �न्मं पुंयं हूं। नां बंधीो� गाँीतें कां संरो� मा, मारिरयमा कां जिवेचींरो� मा और बस थामा �ंनां देो
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एकां रूपु सवें कांं मारं य अ�ंनां,
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तेो कांभी शतेंनां कांं आयं हूं � रहीनां देो मारी आमा पुहीचींनां।
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लड़तें �गाँ कांसरी बनां कांर नांहीी� हूं मा शस्थिक्त मा, नां जिकांसी कांी भस्थिक्त मा, ं
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कांभी लहूं मा सनां कांर आयं हूं � नां देवेी कांं स्वरुपु और नां हीी कांंली कांं रोद्री रूपु,
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कांसमा ही मां भंरतेी कांी माझा े नां कांरंनां कांी बयंओ� मा और नां हीी गाँरूद्वांर कां नांगाँंरो� मा, ं
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देश्मनांो� कांो नांस्तंनांंबते कांर आऊगाँं �ी लनां देो माझा भी एकां शंमा,
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�कां नांहीी� पुड़तें भल हीी तेंबतेो� मा घार आऊगाँं। बस रहीनां देो मारी एकां आमा पुहीचींनां।
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बस एकां गाँ�ंरिरश ही देोस्तो� स मार े देवेी बनांंकांर नां कांरो चीरिरत्र कांं गाँणीगाँंनां,
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मार पुरिरवेंर कांो जिहीम्माते देनांं नां तेोलो� जिनांगाँंहीो� कांी तेरं� पुर,
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घार आऊ �ब जितेरगाँ मा जिलपुटें बजिदेशो� कां घार भी, कांभी छेीनां लते ही� आत्मासम्मांनां,
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तेो मारी कांबंनांी कांी इज्जंते कांरनांं बस रहीनां देो मारी एकां आमा पुहीचींनां।
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जिपुतें�ी तेो हीोंगाँ �क्र स चीड़ े देीनां नांहीी� देयंल हूं, �
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पुर मां आसओ� कांी सनांंमाी देगाँी इरंदेो� स आसमांनां झाूकांंनां वेंली हूं, �
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मारी पुत्नीी स कांहीनांं बस एकां अजितेमा बंर �लो� स लदेी एकां डंली हूं, �
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देल्हनां कां �ोड़ मा सलंमाी देगाँी मामात्व स भरी थांली हूं, �
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जि�क्र माते कांर मार भंरते कांी धीरतेी नांंरिरत्व कांो सभंलनां वेंली हूं, �
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मा जि�र स आऊगाँं कांधीो� कांी �रूरते नांहीी� माझाकांो, मा तेो मांगाँ प्रशस्त कांरनां वेंली हूं, �
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�न्म लकांर एकां बंर जि�र स तेर रक्षेकां बनां �ंऊगाँं। य ही नांंरी सशस्थिक्तकांरणी और स्वंजिभमांनां,
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रहीनां देो बस एकां आमा पुहीचींनां।
नोहा ए.एमा. स्वााकित रॉया
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पत्री SI/GD अजाीत �मेारो आरो. पत्नीी श्रीी सधाांशाु �मेारो, 2IC
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