Page 71 - Sanidhya 2024
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        किवाश� प्रसाद जास ठा�आ, चावाल � लडोडो किजास �चवााकिनयाा भाी  ��त है किजास पा�ण याा प�ना �हैत है। ै
                                                 ं
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                             ं
        �हैा जााता है, बनाया जाात है। छुठा पजाा � किलए ए� बास �ी बनी
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        हुई टीं��ी किजास दउ�ा �हैत है, मु पजाा � प्रसाद वा पाच त�है �  छुठा मुहैापवा मु पकिवा� स्नाान, उपवाास औ� पीन � पानी स द� �हैना,
                                    ू
                                                                                             े
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        फल इत्यंाकिद डोाल�� पजाा अचना ��त है।  दउ�ा �ं घा� � परु�  लब समुया त� पानी मु खड़ीा हैंना, प्रसाद औ� अध्य दना शाकिमुल
                          ू
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        अपन हैाथांं स उठाा�� छुठा घााटी प� ल जाात है ताकि� अपकिवा� न हैं  है। प�वााकितन, मुख्य उपास� आमुतौ� प� मुकिहैलाए हैंती है हैालाकि�
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                                                                      ं
        तथाा इस किस� � ऊँप� �खत है। छुठा घााटी �ी त�फ जाात हुए �ास्तं  बड़ीी सख्या मु परु� भाी इस उत्सावा �ा पालन ��त है, क्यंंनेकि� छुठा
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                                                                 ं
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                                           ं
        मु प्राया  मुकिहैलाए छुठा �ा गीीत गीात हुया जााती है।  किलगी-किवाकिश� त्यंौहैा� नहैीं है। छुठा मुहैापवा � व्रत �ं स्त्ी, परू� बढ़ा  े
             ः
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                                                                                                       ु
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                                                            जावाान  सभाी  लंगी  ��त  है।  �छु  भा�  नदी  �  कि�ना�  त�  दडो
                                                                                  ु
                                                                               ै
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                                                                             े
                                                                                                           ं
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                                                                            े
                                                                                                       ि
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                                                            प्रणामु � रूप मु जाात है । भाल्कि� औ� आध्यात्म स परि�पण याहै पवा  ि
                                                                                                 े
                                                                  े
                                                                                                         े
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                                                                                            ु
                                                            बास किनकिमुत सप, टीं��ी, किमुट्टी � बतन गीड़ी, चावाल औ� गीहूँ स  े
                                                                       ू
                                                                                         ि
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                                                            किनकिमुत प्रसाद लं� जाीवान �ी भा�प� किमुठाास �ा प्रसा� ��ता है ।
                                                               ि
                                                                                      ू
                                                                                                           ै
                                      उषा अध्य - छुठा � चौथा  े
                                                     े
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        किदन उकिदयामुान सया �ं अध्य किदयाा जााता है । सयाोदया स पहैल व्रती
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        लंगी घााटी प� उगीत सयादवा �ी पजाा हैत पहुच जाात है । सध्या अध्य  ि
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        मु अकिपत प�वाानंं �ं नए प�वाानंं स प्रकितस्थााकिपत कि�याा जााता है  ै
        प�न्त �दमुल फलाकिद वाहैी �हैत है। किसफ व्रती हैी प�ब �ी ओं� मुख
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        ��  पानी  मु  खड़ी  हैंत  है  वा  सयाोपासना  ��त  है।  पजाा-अचना
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                                    ै
        समुाप्तंप�ात घााटी �ा पजान हैंता है तथाा वाहैा उपल्किस्थात लंगींं मु  ं
                                           ं
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        प्रसाद किवात�ण ��� व्रती घा� आ�� अपन परि�वाा� आकिद �ं प्रसाद
        किवात�ण ��त है। व्रती घा� आ�� श�बत तथाा प्रसाद खा�� व्रत पण  ि
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