Page 17 - Sanidhya_2024
P. 17

श्रीीमतीी रि�मसिं�म सिंसोह
                                                                                                               ं
                                                   अध्यक्षाा महाोदेया की कलम संे...
                                                                                       अध्यक्षाा, सी.आरा.पी.एफे परिरावाारा काल्यााण सस्थाा
                                                                                                              ं
                                                                          े
                                                              े
                                                                                                            ु
                                                                                                              ू
                                                                                   े
                 “CRPF परि�वाा� संंस्थाा ’’ (�ावाा) �ी वााकि�ि� पकि��ा “संाकिन्नध्य ’’ �.........संंस्क�ण � प्र�ाशी� � अवासं� प� मुुझेे अपा� है�ि �ी अ�भीकित
                                                 े
                           े
                                                                                                      ै
                 हैं �हैी है।  �न्द्ीया रि�जावाि पकिलसं बल �ं � �वाल भीा�त मुं अकिपतु प� किवाश्व प�ल मुं संबसंे प�ा�े औ� किवाशीालतमु अर्धिसंकि�� बल हैं�े
                        ै
                                                                                   ु
                                     ु
                                                                  े
                                                                  ू
                 �ा गौ�वा प्राप्त है। इसं बल � वाी� एवां जााँबाजा जावाा� �शी � अकित संंवा��शीील औ� उग्रवाा� प्रभीाकिवात क्ष� मुं 24X7 घंं� संकिक्रया ड्यूू�ी
                                      े
                             ै
                                                            े
                                                                                                     े
                                                                   े
                                                                                           े
                                                        े
                                                       े
                                                                          ु
                                                                                    ू
                                        ै
                                                                                                         ै
                                                    े
                                                                े
                     ै
                             ं
                 प� त�ात �हैते है। याहैी �ा�ण है कि� वातिमुा� मुं �शी � �ागरि�� �न्द्ीया रि�जावाि पकिलसं बल प� प�ा भी�ंसंा एवां किवाश्वासं ��ते है।  जावाा�ंं
                                      ं
                                                                                                      े
                                                                   ू
                 �ं अप�े परि�वाा�जा�ंं �ी किचता � हैं इसंकिलए हैमुा�ी ‘�ावाा’ संंस्थाा प� वा�ि भी� किवाकिभीन्न गकितकिवाकिर्धयांं � मुाध्यमु संे उ�� परि�जा�ंं संे
                                                                    े
                                                                                          े
                                                      े
                 कि�याकिमुत संंप� �� उ��ी है� संम्भवा मु�� ���े � किलए तत्प� �हैती है। ै
                           ि
                                                                               े
                                        े
                 मुं, �ावाा परि�वाा� �ी ओं� संे, �शी �ी ए�ता एवां अखुंडता �ं अक्षुण्ण ब�ाए �खु�े  � �ौ�ा� शीहैी� जावाा�ंं �ं �द्धा संमु� अकिपित
                                                                                                        ु
                                                                  ै
                                                                                       े
                 ��ती हूँ, किजान्होंंने�े �तिव्य �ी वा�ी प� अप�ा संवािस्वा न्यंछुावा� कि�याा है। �न्द्ीया रि�जावाि पकिलसं बल � संमुुकिचत संंसंार्ध�ंं � जारि�ए आजा
                                                                                                      े
                                                                     े
                                                                               ु
                                       े
                       ँ
                                     े
                 � ब�लते परि�दृश्य मुं हैमुा� CRPF परि�वाा�ंं  �ी जारू�तंं �ं गंभीी�ता संे संमुझेते हुए इसं संंस्थाा �ं संचारु रूप संे चला�े मुं संहैयांग
                  े
                                                                                          ु
                                                                    े
                     े
                                                                  ं
                                                                                                ै
                                                                                        ू
                                                                        ँ
                 ��े � किलए, मुं बल �ी संभीी मुकिहैला सं�स्योंं �ं ह्र�या संे शीभी�ामु�ाए �ती हूँ। मुुझेे आशीा हैी �हैीं पणि किवाश्वासं है कि� ‘�ावाा’ भीकिवाष्य मुं
                                                           ु
                  े
                                                                             े
                                                 े
                                               े
                                                        ु
                 परि�वाा� �ल्यााण एवां �ा�ी संशीक्ति���ण � क्ष� मुं अ���णीया उ�ाहै�ण प्रस्तंुत ��गी।
                                                                              ि
                                                                                                       ं
                 �ावाा �ा उद्देश्य �न्द्ीया रि�जावाि पकिलसं बल परि�वाा� �ी मुकिहैलाओंं �ं संशी� वा आकिर्थ� तौ� प� आत्मकि�भीि� एवां स्वाावालबी ब�ा�ा है  ै
                               े
                                         ु
                           े
                                                                               े
                                 े
                 किजासंसंे वाे स्वााकिभीमुा� � संार्थ अप�ा जाीवा� व्यतीत �� सं�। वातिमुा� संमुया मुं हैमुा�ा �शी किडकिजा�ल एवां त��ी�ी क्ष� मुं �ाफी आगे
                                                                                                    े
                                                           ं
                        ै
                                                               ं
                                                           ं
                 बढ़ा �हैा है औ� इसंी �ं ध्या� मुं �खुते हुए हैमुा�ी मुकिहैलाए भीी �प्यूू�� एवां किवाकिभीन्न त��ी�ी मुाध्यमुंं संे अप�ा ज्ञाा� बढ़ाा �हैी है।
                                                                                                           ं
                                                             ं
                                                                          ं
                 �ावाा संंस्थाा द्वाा�ा किवाकिभीन्न गकितकिवाकिर्धयाां एवां �ल्यााण�ा�ी यांजा�ाए चलाई जाा �हैी है। अंत�ाि� र ीया मुकिहैला कि�वासं  � अवासं� प� कि�ल्लीी तर्था
                                                                                              े
                           े
                                                      ि
                                                          े
                                                                             े
                                            े
                                                                                             ं
                 ए�.संी.आ�. � संमुीप कि�वाासं�त बल � शीहैी� �ाकिमु�ंं � उत्त�ाकिर्ध�ारि�यांं एवां उ�� परि�वाा�जा�ंं �ं आमुकि�त �� उ��ं संम्मााकि�त
                                े
                                                                        े
                 कि�याा गयाा। किसंलाई � मुाध्यमु संे मुकिहैलाओंं �ं स्वा�ंजागा� प्र�ा� ���े � उद्देश्य संे 122 ब�ाकिलया� �ई कि�ल्लीी मुं  SIDBI तर्था USHA
                                                                     े
                                                                                                    े
                                                                                             े
                                                                          े
                                                   ्
                 द्वाा�ा  प्रायांकिजात “�ौशील उत्थाा� �न्द्” �ा उ�घंा�� कि�याा गयाा।  मुकिहैलाओंं � किलए सं�वााई�ल �सं� � बचावा � किलए कि�ः शीुल्क
                                                                                         ं
                                          े
                 �ी�ा��ण अकिभीयाा� चलायाा गयाा। �ावाा �ी Wellness Education Eco-System यांजा�ा � अंतगित  �ावाा सं�स्योंं एवां बच्चोंं �ं
                                                                                    े
                                                                                      े
                                                                           े
                                                           ं
                 ऐकितहैाकिसं� एवां शीैक्षकिण� संंस्थाा�ंं �ा भ्रमुण ��ायाा गयाा। �प परि�सं� मुं जावाा�ंं � परि�वाा�जा�ंं � आवाागमु� � उद्देश्य संे  ई-रि�क्शाा
                                                                                                    े
                                                                                                े
                                                      े
                                          ै
                 �ी संकिवार्धा उपलब्ध ��वााई गई  है।  अब त� 42 क्ष�ीया �ावाा �न्द्ंं �ं ई-रि�क्शाा खु�ी��े हैतु �ाकिशी जाा�ी �ी जाा च�ी है।  बहैत�ी�
                     ु
                                                                                   े
                                                                                                   ु
                                                                                                       ै
                                                                                                          े
                                                               े
   12   13   14   15   16   17   18   19   20   21   22