Page 14 - Pratibimba 34 final_Neat1
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ं
                                                                                                                 ब
                                                                                                       - ितिब
                                                                                                       - ितिब
                                                                                                                 ं
                                                                                                                 ं
                                                                                                                 ब
      द  ण पि चम रलवे                                      14                                        ई- ितिबब
                    े
                                                                                                     ई ई
        ह बि ल मंडल
         ु
                             अि नपथ                               पापा : एक अ  वतीय श द
                            े
                           रलपथ और वाहन पथ,
                                                                                    ै
                                                                  े
                                                              माँ क सर का ' सदर' ह, पापा
                                                                               ं ू
                            ै
                           ह बन गया सब अि नपथ,                माँ क माथे क  ' बद ' ह, पापा
                                                                  े
                                                                                    ै
                                                                               ं
                           अब चल पड़ ह  सारे  वजय,             माँ क चेहर क  'म कान' और
                                      े
                                                                  े
                                                                        े
                                                                               ु
                                         े
                           लकर शपथ, लकर शपथ ।।                'रौनक' ह,  पापा
                             े
                                                                      ै
                                                                                   े
                                                                                            ै
                                                                  े
                                                                                      ं
                                                              माँ क हाथ  म  खनकत 'कगन' ह,
                        े
              वो चल रह ह  अनवरत,
                                                                     े
                                                              पापा मर पापा......
                                                                    े
                े
              लकर साथ अपने  सर पर,
                                                                                                   ै
                                                              माँ क पर  म  छम छम करती 'पायल' ह, पापा
                                                                  े
                                                                     ै
              बोझ िज  मदा रय  क अन गनत,                       माँ क  आख  का 'सरमा' ह, प पा
                         े
                                 े
                                                                                       ै
                                                                       ं
                                                                                ु
                े
              य पट भी भख क ,
                          ू
                                                                                       ै
                                                                                    ू
                       े
                वाला स रह  ह, हाहाक,                          माँ क  इ ज़त और वजद ह, पापा
                             ै
                                                                               ं
                                                              माँ क  साड़ी का 'रग' ह,  पापा
                                                                                   ै
              शर र पसीने स तर ह,  ै
                            े
                            े
              और पर लह स लथपथ।।
                    ै
                         ू
                                                              माँ क गल का 'मंगल स ' ह, पापा मर पापा...
                                                                       े
                                                                                                 े
                                                                                                  े
                                                                  े
                                                                                        ै
                                                                                    ू
              रलपथ और वाहनपथ,                                 मर  आन, बान, शान ह, प पा
               े
                                                               े
                                                                                   ै
              सब बन गया ह अि नपथ।।                            मरा अ भमान और पहचान ह, प पा एक बात कहँ।
                             ै
                                                               े
                                                                                         ै
                                                                                                            ू

                                     े
                             बखर गय ह   कतने सपने,            म    रो वन राजा बटा तो 'बादशाह' ह, पापा
                                                                                              ै
                                                                              े
                                                                                                 ै
                            चलती राह  म  छटे ह ,              दो व त क  'रोट '  मलने क  वजह ह, पापा
                                           ु
                                                              मर प पा......
                                                               े
                                                                े
                                 े
                            िजनक प रजन अपने,
                                                                                   े
                                                              खद च पल न खर द  ल कन मझ  दलवाने वाल ह,
                                                                                                         े
                                                                                                            ै
                                                                ु
                                                                                            े ु
                            रोजगार क जाने का,
                                     े
                                                              पापा
                            अलग ह  मलाल ह,   ै
                                                                                       े
                                                              थक जाने पर भी म करा क कहत, म    ठ क हँ बेटा।
                                                                                              े
                                                                                   ु
                                                                                ु
                                                                                                        ू
                            कोरोना ने जाने   या,
                                                                                                        े
                                                                                े
                                                                                                  े
                            कर  दया य हाल ह,  ै               दो व त क  रोट  क  लए सबह 8 बज घर स  नकल
                                      े
                                                                                        ु
                                                                         ै
                                                                      े
                            ई  वर ने भी   य ,                 जाने वाल ह, पापा
                                                               ै
                                                              पस न हो  फर भी ज म दन पर सर ाइज  ग ट लक
                                                                                                               े
                                                                                                              े
                                                                 े
                                             ँ
                            फर कर अपनी आख,    े
                             े
                                                                                  े
                                                                      े
                                                                         ै
                                                                                 े
                                                              आने वाल ह, पापा मर पापा....
                             ं
                            इसान  को  दया ह,
                                            ै
                            जाने य कसा सबक।।                  कपड़ चाह खद पर न हो, ल कन हम  कपड़ े  दला कर
                                     ै
                                  े
                                                                       े
                                                                  े
                                                                                        े
                                                                          ु
                                                                                     े
                                                                                                  े
                                                                                                 े
                                                                                        ै
                                                              रईस  क  तरह रखने वाल ह, प पा मर पापा
               े
              रलपथ और वाहन पथ,
                ै
              ह बन गया सब अि नपथ,
                                                                                            रो वन सोनी
                          े
              अब चल पड़ ह  सारे  वजय,                                                        श ु तकनी शयन

                   े
                               े
              करक शपथ, करक शपथ ।।
                                                                                     वसइजी/ व यत/वा को-दा-गामा
                                                                                         ं
                                                                                        े
                                                                                                ु
                                     काल चरण कमार
                                                 ु
                                     लगज पोटर/गदग

                                         े
                                  दव े नागरी  विन शा  क   ि  स  े अ यंत व  ै ािनक िलिप ह। ै
                                                                                         ु
                                                                                    ं
                                                                                                                            -रिवशकर श ल
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