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লকডাউন लॉकडाउन
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রািমলা দত্ত, ততীয় শ্রেিণ शाश्वत संह, ३
লকডাউন মােন? एक बार एक नटखट लड़का था | शहर म ें
বন্ধ অিফস, বন্ধ দাকান लॉकडाउन हो गया था | कोई बहत बड़ी महामारी
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স্কল বন্ধ, স্তেব্ধ জীবন। पूर वश्व म फल गई थी । अब वह अपन मत्रों
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লকডাউন মােন -
रूशान ,सानवी और अ द त क साथ नहीं खल
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বািড়েত বাবা , বািড়েত মা
सकता था । चारों मत्रों क साथ तीन कत्त क पल्ल े
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আিম, দাদু আর ঠাম্মা।
भी खलते थ । चारों मत्रों न उनक नाम मुक्क ,
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অন-লাইন ক্লােস পড়ােশানা
डग्गू और वक्क रख थ । खलते समय वह उनक
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মা'র কােছ গল্প শানা,
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लए कछ खान को लकर जाते थ ।
বাবার সােথ খলা
लॉकडाउन म अब उन्ह घर म ही रहना पड़ता था ।
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এমিন কেরই কাটিছল য
हर रोज आपस म व्हाट्सएप पर वी डयो चैट करते
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কেয়ক িবেকল বলা।
थ । एक दन उस लड़क न अपन बरामद स दखा
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লকডাউন মােন - क उसक दोस्त मुक्क, डग्गू और वक्क भूख ही
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শুনিছ য --িবশ্ব জুেড় ভীষণ িবপদ! नीचे घूम रह ह । उनकी ऐसी हालत दखकर उस
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মারাত্মক এক অসখ এেস কেড় নয় बच्चे न कछ करन का सोचा ।
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সব প্রাণ সম্পদ।
शाम म जब वह बच्चे अपन दोस्तों स बात कर रह े
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थ तब उसन उनको मुक्क ,डग्गू और वक्क क
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লকডাউন যখন উঠেব আবার -
भूख होन की बात बताई बच्चे न अपन दोस्तों को
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কাটেব িবপদ সবার।
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নতন সকাল আসেব যবার-- कहा– “ क्यों ना हम अपन बरामद स उनको ब्रड
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িফরেব হািস সবার। बिस्कट और खान क कछ सामान फक” । सभी
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পিথবী রাগমুক্ত হেব ঈশ্বেরর मत्रों न यह सुझाव मान लया और अगल दन स े
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আশীবােদ, वह सब ब्रड और बिस्कट नीचे फकन लग । एक
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দুিদন সবার যােব চেল আনন্দি-এ दन उनक माता- पता न ऐसा करते दख लया
সংবােদ । और कारण जानकर उन्ह समझाया क ऐस गंदगी
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फलाना ठीक नहीं ह । ऐसा कहकर उनक माता-
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“Pest Control” by Anvi Raj, Class 5
पता न उन पल्लो क लए खान का प्रबंध नीचे ही
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करवा दया यह दखकर सार बच्चे बहत खुश हए
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क्यों क अब उनक मत्रों को रोज पटभर खाना
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मलता था अब बच्चे बसब्री स लॉकडाउन क खत्म
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होन का इतजार करन लग ।
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