Page 17 - E-BOOK KENDRIYA VIDYALAYA SANGATHAN RANCHI REGION
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जबस कोरोना आयी ह
                                                               े
                                                                                                        ै

                                    चारो ओर  ा ह -  ा ह मचायी ह ,
                                                                                                                   ै


                    य कसी घड़ी आई ह ,  जसम अंत काल म भी
                         े
                              ै

                                                                                           े
                                                                     ै
                              अपन  स  र रहन  क मजबूरी पाई ह ।
                                                    े
                                                                                                                        ै
                                                                         े




                                                यह व  ह ब त   कर ,
                                                                                       ै


                                                       े
                                                                       े
                                हमन अपन भाई - बंधुओ को गवाई ह                                                                          ै

                                                                                                       े
                                            े
                                                                                                             े
                       जनक  बना हम ना जी सकत थ एक भी पल
                              आंस बहाकर अपनी  ज़ दगी बचाई ह ।
                                                     ू
                                                                                                                                     ै





                                              मु  कल समय आयी ह ,
                                                                                                      ै


                                         कोरोना न कोहराम मचाई ह ,
                                                                 े
                                                                                                             ै

               दो गज क   री बनाकर , मा क को ज री बनाकर



                                        खुद को कोरोना स बचाई ह ।
                                                                                                            ै
                                                                                      े





                                                     रह  ज़ दगी सलामत ,
                                                                                       े


                                               इस अनमोल  ज़ दगी को ,



                                   लाख को शश करक बचाई ह ।
                                                                                                                                  ै
                                                                                                          े

                                          कोरोना लील न जाए  ज़ दगी ,
                                                                                                       े


                            इसी लए हमन अनेक  वै सीन बनाई ह ।
                                                                                                                                        ै
                                                                            े
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