Page 4 - HINDI_SB35_Prophets1
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       “--म�न  प्रभु को
           े
          दखा।”
                                       पिवत्र! पिवत्र!
                                         पिवत्र!













                                                     पिवत्र! पिवत्र!
                                                       पिवत्र!


                                                        प्रभु पिवत्र
                                                          है !











































                                           �
                                         सवश��मान
                                           े
                                        परम�र पिवत्र है!
                                            पृ�ी उसकी
                                                    ू
                                           मिहमा से भरपर
                                               है!


                                                                                े
                                                                          “और म�न देखा  प्रभु , ऊँ च  े
                                                                            पर िबराजमान था।”
     2 2                                    यशायाह
                                            यशायाह6:1-46:1-4
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