Page 7 - HINDI_SB35_Prophets1
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उस स्थान
                                                                             पर।










                                                                              े
                                                                            े
                                                                               े
                                                                        कोयल न तर  े
                                                                         होंठों को छू
                                                                          िलया है।
                                                                             े
                                                                            े
                                                                            तर अपराध
                                                                           दू र हो गये ह�।
                                                                          तू पापों से शु�
                                                                           हो गया है।


             े
        “तब म�न सुना
             ूं
            े
         प्रभु न पछा:”                                               जा और उनस कह
                                                                              े
                                       म� यहा  ँ                     लगातार सुनते रहो,
                                         �ँ!                          और ना समझो!
                  े
                तून िजन लोगों की         मुझे
                बात की, म� िकसको         भेज!
                                                                                    े
                   े
                उनक पास दू त के                                            लगातार देखत रहो,
                                                                             े
                                                                                   ू
                  �प म� भेजू? ं                                             लिकन महसस ना
                                                                               करो!
                     हमारी ओर से
                      कौन जाएगा?

















                                                                      �ोंिक यिद वे लगातार
                                                                        े
                                                                     अपन मनों को कठोर और
                                                                    सु� और अचेत नहीं रख�गे
                                                                           तो--
                                            यशायाह 6:7-10यशायाह 6:7-10                      5 5
   2   3   4   5   6   7   8   9   10   11   12