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“ उनकी योजना हम� योजना बनान की
आराम और इस्राएल का सफल नहीं ज�रत है, यशायाह। म�
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उ�री रा� दो सुलगन वाली होगी।” िसफ तेरी बात पर
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लकिटया ह�! भरोसा नहीं कर
“एप्रैम का प्रधान सकता! े
राजा पेकह है।” प्रभु कहत है िक
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वे तर िव�� सािजश करत े उसस कोई िच�
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माँग ल!
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ह� और कहत ह�, “चलो
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य�दा पर उपद्रव कर और म� नहीं
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य�शलम की दीवारों को मागगा!
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तोड़ डाल।”
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लिकन प्रभु
कहता है:
“एप्रैम का अंत
नहीं होगा।”
“और यिद तुझे
िव�ास नहीं है, तो तू
�स्थर नहीं रह
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पायगा।”
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म� प्रभु की --जसा िकसी न पहल कभी
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परी�ा नहीं �ा तू नहीं पूछ रहा है एक ब�ा, कवारी के �ारा नहीं देखा होगा! लिकन य�दा
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कर सकता! �ोंिक तू सचमच उ�� होगा, िजसे इ�ानएल को सरि�त करगा।
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उसस जवाब नहीं नाम से जाना जाएगा, इसस े
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चाहता है? पहल िक वह ठोस भोजन खान े अंधेर म� बठे �ए
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प्रभु की ओर से की उम्र का हो, वह अ� और लोग एक बड़ी
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�ोित दख�गे।
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�यं एक िच� बरे को जान जाएगा,
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िमलगा! राजा दाऊद के घरान े
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लिकन ऐसा होन से पहल, े
म� एक पुत्र उ��
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आराम और इस्राएल िनजन होगा, और स�ा उसक
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हो जाएं ग! े कं धों पर होगी।
और प्रभु य�दा पर े
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भयकर समय और उसक रा�
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लायगा-- का कभी अंत
नहीं होगा।
यशायाह7, 8, 9 9 9
यशायाह7, 8, 9