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राजा िहजिक�ाह के चौदहव वष म� अ�ूर के
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राजा स�रीब ने आक्रमण िकया।
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उसकी रणनीित: गढ़वाल शहरों की घराबदी करना और लोगों को
भूखा रखना, जब तक िक वे आ�समपण नहीं कर देत। े
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य�शलम म�, सना�� रबशाक न े
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िहजिक�ाह को बलाया--
--उसी स्थान पर जहाँ आहाज़ से यशायाह िमला था।
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�ा तू अपन परम�र
मेरा �ामी िहजिक�ाह से
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पछता है उसका आ�िव�ास से सहायता के िलए
कहा से आता है। भरोसा करता है? वह
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श��हीन है।
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�ा तू िमस्र की ताकत िहजिक�ाह त��
पर भरोसा करता है? वे मुख� बना रहा है!
श��हीन ह�।
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और िफर उसन अ� रा� � ों
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के दवताओं को सचीब�
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िकया जो स�रीब की
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ताकत के सामन खड़ नहीं
रह पाए थे। हम िसफ
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िवनाश ही
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करत ह�!
यशायाह के पास
जाओ! और पता
लगाओ िक प्रभु न े
�ा कहा है!
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वह त�� नहीं
छु ड़ा सकता!
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त�ारा परम�र
ु
त�� नहीं छु ड़ा
सकता!
य�दा के लोगों
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आ�समपण कर दो और
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तुम �ाद भरे फल खा और शोक म िहजिक�ाह न े
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सकत हो और साफ और अपन कपड़ फाड़े।
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ठं डा पानी पी सकत हो!
14 14 यशायाह 36:1-37:2
यशायाह 36:1-37:2