Page 17 - HINDI_SB35_Prophets1
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      ए�ाकीम, उसक महल का                           “अ��रयों की
                                                        ू
      अिधकारी, यशायाह के  पास                     बातों से भयभीत ना
            गया.....
                                                       हो।”
                 ू
         िहजिक�ाह पछता                                      े
         है िक �ा  प्रभु  न  े                          “स�रीब एक
                                                               े
                  ं
              े
         रबशाक की िनदा                                 अफवाह सुनगा—”
           को सुना है।
                                                         े
                                                        े
                  यशायाह, यह                         “--मर �ारा
                                                       े
                   एक अंधेरा                        उसक कानों म�
                                                         े
                    िदन है।                           प�ँचगी—”
                         े
                                                            ँ
                      हाँ, लिकन                     “—वह उसे घर ले
                                                     जाएगा, वहा वह
                    िहजिक�ाह के                    तलवार से मार िदया
                   िलए  प्रभु  का वचन                  जाएगा।”
                        है।

                                                      े
                                                        ु
                                                   इसक तरंत बाद,
                                                          े
                                                             �
                                                 िहजिक�ाह न प्राथना   कृ पा करक!
                                                                          े
                                                      की ...
                                                                    प्रभु , मेरा
                                                                    रोना सुन!
                                                                        े
                                                                      स�रीब से हम� बचा,
                                                                           े
                                                                     तािक सार रा� जान
                                                                     जाय� िक तू ही एकमात्र
                                                                           े
                                                                        परम�र है!
                                      े
                                        े
                                  रबशाक न एक और
                                  िनदा भरा पत्र भेजा।
                                   ं



















                                    े
                                              े
                                   लिकन यशायाह न,
                                   भी एक पत्र भेजा।
                                       े
                                    उसन कहा िक, “वे
                                   शहर म� प्रवेश नहीं कर
                                      े
                                            ँ
                                     ँ
                                   पाएग और यहा तक िक
                                   एक तीर भी नहीं चला
                                         ँ
                                           े
                                       पाएग।”
                                    “ प्रभु  कहता है िक, म�
                                              ु
                                     इस शहर की सर�ा
                                     क�ँ गा, और इसे                           और वा�व म�, उसी
                                           ं
                                       बचाऊगा!”                                   रात--
                                           यशायाह                                          15 15
                                           यशायाह37:3-3537:3-35
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