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" प्रभु का क्रोध भड़का "म�न दुः ख देखा है।"
�आ है।"
"हम� याद रखना, प्रभु, और "मेरा इधर-उधार
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हमार अपमान को दखना।" भटकना और मेरी
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आ�ा की मायसी
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"हम� पनस्थािपत कर, मुझे याद है।"
प्रभु, और हम� नया बना।"
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"िफर भी, मेरी याद भी
मुझे उ�ीद देती ह�।"
" प्रभु के प्रेम के कारण, हम भ� नहीं
�ए।"
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"प�षों को प्रभु �ारा हमशा के
िलए बंद नहीं िकया जाता है।"
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" प्रभु, म�न ग�े की गहराई से,
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तर नाम से पकारा है, "
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जब म�न पकारा तो इसक तरंत बाद, रा�पाल गद�ाह
की ह�ा कर दी गई।
तू पास आया और
कहा, "डर मत।" े
इसस प्रदेश म� और भी
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अशाित फल गई।
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ियमयाह िम�ा म� अपन दशवािसयों
के साथ रहन के िलए चला गया।
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शा�� के वचनों की तलाश म�, लोग ियमयाह के
पास आए।
प्रभु कहता है िक डरो
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मत! यहा, परम�र त��
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सरि�त रखेगा!
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लिकन जो लोग िमस्र के
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िलए भागत ह�, वे यु�,
भूख और महामारी के
�ारा न� होंग। े
लोग िमस्र को
भाग गए।
ियम याह 40-41; िवलापगीत 43 43
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ियमयाह 40-41; िवलापगीत 3-5 3-5