Page 45 - HINDI_SB35_Prophets1
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          " प्रभु  का क्रोध भड़का                                           "म�न दुः ख देखा है।"
              �आ है।"
            "हम� याद रखना, प्रभु, और                                            "मेरा इधर-उधार
                        े
               े
            हमार अपमान को दखना।"                                               भटकना और मेरी
                                                                                        ू
                                                                                आ�ा की मायसी
                  �
               ु
           "हम� पनस्थािपत कर,                                                    मुझे याद है।"
          प्रभु, और हम� नया बना।"










                                                                                      �
                                                                           "िफर भी, मेरी याद भी
                                                                           मुझे उ�ीद देती ह�।"


            " प्रभु के  प्रेम के  कारण, हम भ� नहीं
                      �ए।"
                                  े
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                   "प�षों को प्रभु �ारा हमशा के
                    िलए बंद नहीं िकया जाता है।"
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              " प्रभु, म�न ग�े की गहराई से,
                 े
                       ु
                े
               तर नाम से पकारा है, "

                                                             े
                                                               ु
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                     े
                 जब म�न पकारा तो                          इसक तरंत बाद, रा�पाल गद�ाह
                                                               की ह�ा कर दी गई।
                 तू पास आया और
                 कहा, "डर मत।"                                       े
                                                                  इसस प्रदेश म� और भी
                                                                       ं
                                                                         ै
                                                                    अशाित फल गई।










                                े
                                 े
                    �
                  ियमयाह िम�ा म� अपन दशवािसयों
                   के  साथ रहन के  िलए चला गया।
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                                                                     �
                                              शा�� के  वचनों की तलाश म�, लोग ियमयाह के
                                                         पास आए।
                                                  प्रभु कहता है िक डरो
                                                              ु
                                                       ँ
                                                          े
                                                 मत! यहा, परम�र त��
                                                     ु
                                                    सरि�त रखेगा!
                                                   े
                                                  लिकन जो लोग िमस्र के
                                                         े
                                                   िलए भागत ह�, वे यु�,
                                                   भूख और महामारी के
                                                     �ारा न� होंग। े
                                                                                 लोग िमस्र को
                                                                                   भाग गए।
                                      ियम याह  40-41;  िवलापगीत                            43 43
                                         �
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                                      ियमयाह 40-41; िवलापगीत 3-5 3-5
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