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इसके बाद यीशु नासरत को छोड़ कर कफरन�म म� रहने लगा।

      वहाँ भी, उसकी िशक्षा� को सुनने के �लए लोग� ने उसके आसपास भीड़ लगा ली।  हे पतरस,
                                          नमस्कार!
















        पतरस? कौन? ओह,                                                        उस िदन नाव पर से यीशु ने
           हाँ ... म� ...
                                                                                लोग� को िशक्षा दी।
              हे यीशु, नमस्कार!
                                            वहाँ है ... क्या म� तेरी िकसी
                                             चीज के �ारा सहायता                   और जब उसने
                   क्या तूने रात को अच्छे से   कर सकता �ँ?                         समा� िकया ...
                    मछ�लयाँ पकड़ी थ�?
                                        हे पतरस, सचमुच तू
              आह, नह�। मु�श्कल           कर सकता है।
                 से क ु छ ...
                                         यिद तू करे तो कृपया
                                         नाव को थोड़ा हटा ले।


                                                अवश्य। तेरी सहायता
                                                करने क े  �लए क ु छ भी।






















               हे पतरस, म� तेरा  अब, यिद तू एक
               धन्यवाद करता �ँ।
                              काम और करे।


                                    हे गु�, म� तेरे �लए क्या
                                      कर सकता �ँ?


                                  ओह, यह मेरे
                                  �लए नह� है।



     12 12                       म�ी 4:18-22; मरक ु स 1:14-20; लूका 5:1-11
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