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तेरा धन्यवाद! तेरा
                                              धन्यवाद!




                                मेरे िम�, अब
                                पाप नह� रहा!



                                                                                  तू क्या कर रहा
                                                                                     है?


                                     यह सब्त का िदन है!
                                     अथार्त िव�ाम का िदन!  इस तरह से अपना िबस्तर उठाना
                                               परमे�र की �वस्था के अधीन
                                                    नह� है!
                                          परन्तु उस पु�ष ने
                                      मुझे मेरा िबस्तर उठाने और चलने-िफरने
                                       के �लए कहा! म� कर सकता �ँ ...

                                                   पयार्�











                                 तू क्य� सोचता है िक तू सब्त के िदन इन काम�
                                       को कर सकता है?

                               मेरा िपता सब्त क े  िदन भी काम  जो क ु छ भी िपता करता है, वह पु�
                                करता है, इस�लए म� भी काम   भी करता है। यहाँ तक िक मुद�ं को
                                    कर रहा �ँ।         जीिवत करना भी!


                                      क्या तू कह रहा है िक तू परमे�र
                                                         यिद म� यह अपने बारे म� क�ँ, तो तुम्हारे पास
                                      का पु� है? िक तू उसके बराबर है?   िव�ास न करने के �लए कारण होगा।


                      परन्तु यूहन्ना बपितस्मा देने वाले   िनःसंदेह, मेरे बारे म� एक मजबूत गवाही हैः
                        ने मेरे बारे बोला था।
                                           पिव�शा� म� स्वयं परमे�र।
                                         परन्तु तुमने उसे देखने
                                         से इंकार कर िदया।

                                     इसके बजाए, तुमने दूसर� पर दोष लगाने के �लए पिव�शा� को
                                     पढ़ा, और वही मूसा की �वस्था वास्तव म� तुम पर दोष लगाती है!

      तुम कहते हो िक तुम मूसा पर िव�ास करते हो, परन्तु यिद
        तुमने ऐसा िकया तो तुम मुझ पर िव�ास करोगे।

                     उसने मेरे बारे
                                                 परन्तु क्य�िक तुम उसके ही �लखे �ए को
                      म� �लखा!
                                                 नह� मानते, तो तुम मुझ पर कैसे िव�ास
                                                      करने वाले हो?
     26 26                               यूहन्ना 5:16-27
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