Page 19 - HINDI_SB16_David2
P. 19

जिस नगर में दाऊद छिपा हुआ था वहाँ शाऊल
        और उसके सैनिकों के आ जाने से  वह उस जगह
           भाग गया जहाँ योनातान रहता था।

           मैंने क्या किया है
         मेरा क्या अपराध है  तेरे पिता
         के खिलाफ मैंने क्या गलती
         की है कि वह मेरा प्राण लेना
              चाहता है








                                                                     तू नहीं मरेगा


                                                                       देख  मेरा पिता मुझे
                                                                      बताए बग़ैर कुछ भी
                                                                     नहीं करता  बड़ा या छोटा

                                                                      फिर वह ऐसी बात
                                                                    को मुझसे क्यों छिपाएगा
                                                                      ऐसी कोई बात नहीं है।











            तेरा पिता सोचता है कि "योनातान इस
              बात को जानने न पाए ऐसा न हो
                 कि वह खेदित हो।"
                      फिर भी परमेश्वर
                      के जीवन की शपथ
                    और तेरे जीवन की शपथ
                      मेरे और मृत्यु के बीच
                      में केवल एक कदम
                        की दूरी है।




                                                                             जो कुछ तेरा जी चाहे
                                                                             वही मैं तेरे लिए करूँगा।


              कल नए चाँद का पर्व है  और मुझे
             उचित है कि मैं राजा के साथ भोजन करूँ
             परन्तु मुझे जाने दे और मैदान में छिपने दे।

                 यदि तेरा पिता मेरी चिन्ता
                करे तो कहना, "दाऊद ने अपने
                नगर बैतलहम को शीघ्र जाने के
                लिए मुझसे विनती करके छुट्टी
                 माँगी है क्योंकि वहाँ उसके
                 समस्त कुल के लिए वार्षिक
                     यज्ञ है।"

                    परन्तु यदि उसका
                    क्रोध भड़क उठे  तो
                     जान लेना कि उसने
                     बुराई सोची है।



                                                शमूएल
                                                                                           17 17
   14   15   16   17   18   19   20   21   22   23   24